दक्षिण 24 परगनाः शाहजहां ने जेल में बैठकर हत्या की योजना बनाई थी। अलीम मोल्ला लॉरी चला रहा था। कार को टक्कर मारने के बाद, नज़रुल मोल्ला नाम का एक आदमी बाइक लेकर मौके पर आया। उस लॉरी का ड्राइवर अलीम मोल्ला को लेकर वह भाग गया। शेख शाहजहां के खिलाफ केस के गवाहों में से एक भोलानाथ घोष ने अपनी शिकायत में यह दावा किया है। उन्होंने कुल आठ लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
भोलानाथ ने शिकायत में लिखा, ‘इस तरह से हत्या करने की साजिश पहले से तय कर ली गयी थी। मुझे लंबे समय तक टॉर्चर किया गया है। मुझे शेख शाहजहां ने 2020 से 2024 तक टॉर्चर किया और मैं बेघर हो गया। मेरा घर और मेरे भाई का घर लूट लिया गया। मुझे कई झूठे केस में फंसाया गया।'
इसके बाद भोलानाथ ने शिकायत पत्र में बताया है कि शेख शाहजहां ने जेल में बैठकर इस मर्डर का प्लान बनाया था। उन्होंने शिकायत में जिक्र किया है, 'शेख शाहजहां ने जेल से अपनी पत्नी तस्लीमा बीबी को बुलाया और प्लान बनाया। उसके बाद, उसने मुस्लिम शेख, गफ्फार शेख, साबिर अली मोल्ला, चैराफ मीर, अजीत मीर, अब्दुल कहार मोल्ला, अब्दुल अली मोल्ला, नजरुल मोल्ला के साथ मिलकर यह काम किया।' गौरतलब है कि अब्दुल अली मोल्ला कथित तौर पर लॉरी का ड्राइवर था। अब्दुल गुरुवार शाम तक फरार था और नजरुल ने उसे भगाने में मदद की थी। बुधवार को भोलानाथ घोष की कार की दुर्घटना में मारे गए ड्राइवर शाहनूर आलम के पिता अकबर अली मोल्लाह ने बताया कि आरोपी अब्दुल अली मोल्लाह की धमाखाली इलाके में कई दुकानें हैं। अकबर ने यह भी इशारा किया कि शेख शाहजहां से उसके कनेक्शन थे।
कल की घटना के बाद भोलानाथ घोष के मोहल्ले में भी कई सवाल उठ रहे हैं। कई लोग कह रहे हैं कि लॉरी कहां से आई? कार (भोलानाथ घोष की कार) में बैठे लोगों के चिल्लाने के बाद भी ब्रेक क्यों नहीं लगाए गए? लॉरी का मालिक कौन है? ड्राइवर कैसे भाग गया? क्या वह अभी तक पकड़ा नहीं गया है? गुरुवार शाम तक कोई जवाब नहीं मिला।
गौरतलब है कि भोलानाथ और उनके बेटे सत्यजीत घोष (30) शेख शाहजहां के खिलाफ 10 दिसंबर को एक केस में गवाही देने जा रहे थे। बसंती हाईवे पर एक लॉरी ने उनकी कार को टक्कर मार दी। सत्यजीत और शाहनूर की मौके पर ही मौत हो गई। भोलानाथ खुद भी घायल हो गए। इस घटना में गुरुवार सुबह हत्या का केस दर्ज किया गया। इंडियन पीनल कोड की धारा 103(1), 109, 61(2) के तहत केस दर्ज किया गया है।