दक्षिण 24 परगनाः शाहजहां के मामले के प्रमुख गवाह की गाड़ी 'दुर्घटनाग्रस्त' हो जाती है। मृतकों में एक गवाह का छोटा बेटा है और दूसरा उनकी कार का ड्राइवर। भोलानाथ घोष बुधवार को बशीरहाट कोर्ट में गवाही देने जा रहे थे। भोलानाथ के बेटे सत्यजीत घोष भी कार में थे। बसंती हाईवे पर अचानक उनकी कार और एक ट्रक के बीच टक्कर की वजह से यह हादसा हुआ। कार सड़क किनारे पलट गई और नदी में गिर गई। सत्यजीत और कार के ड्राइवर की मौके पर ही मौत हो गई। घायल भोलानाथ को अस्पताल ले जाया गया। भोलानाथ के बड़े बेटे बिस्वजीत ने पहले ही दावा किया है कि यह घटना जानबूझकर की गई थी। उन्होंने सीधे शेख शाहजहां के खिलाफ शिकायत की है। हालांकि भोलानाथ ने मीडिया से फिर कहा कि वह शक के आधार पर किसी पर आरोप लगाने से हिचकिचा रहे हैं। पुलिस शुरुआती तौर पर इस घटना को एक हादसा मान रही है। हालांकि, मिनाखान SDPO कौशिक बसाक ने 'एई समय ऑनलाइन' को बताया कि जांच में सभी पहलुओं की जांच की जाएगी। हालांकि, वह अभी कोई कमेंट करने से हिचकिचा रहे हैं।
भोलानाथ का दावा है कि जैसे ही कार बोयरमारी से थोड़ा आगे बढ़ी, कालूपारा से पहले एक लॉरी आई और कार को टक्कर मार दी। कार पलट गई और पानी में गिर गई। उन्हें बेहोशी की हालत में कार से बाहर निकाला गया। भोलानाथ ने कहा, 'प्रशासन जांच कर रहा है, वही पक्के तौर पर कुछ कह पाएंगे। शक के आधार पर किसी पर झूठा आरोप न लगाना ही बेहतर है।'
हालांकि भोलानाथ के बड़े बेटे बिस्वजीत घोष ने मीडिया से कहा, 'पिताजी और मेरे भाई को कोर्ट जाना था। मेरे पिता ED की पिटाई, उनकी गतिविधियों के मामले में प्रमुख गवाह थे। आज कोर्ट में सुनवाई का दिन था, वह कार से आ रहे थे। इसीलिए उसने दुर्घटना में खत्म करने की साज़िश रची। शाहजहां शेख के कहने पर ही मोस्लेम शेख और सबिता रॉय ने यह साजिश रची है। लॉरी के ड्राइवर का नाम अलीम था और कार लौखाली की थी। वे शुरू से ही उन पर नज़र रख रहे थे। इससे पहले भी शाहजहां शेख के लोगों ने उसे तरह-तरह से धमकाया था। शाहजहां जेल में बैठ कर भी ये साजिशें रच रहा है।'
बिस्वजीत ने आगे दावा किया, ' पंचायत समिति की प्रेसिडेंट सविता राय और पंचायत समितिे की वाइस-प्रेसिडेंट मोस्लेम शेख इलाके में अपना राज चलाते हैं। यह एक्सीडेंट नहीं, मर्डर है। वह जेल से ही सब कुछ नियंत्रित कर रहा है। वह अपनी पत्नी से फोन पर बात करता है। इस बारे में कई शिकायतें की जा चुकी हैं।'
हालांकि, संदेशखाली-1 पंचायत समिति की प्रेसिडेंट सबिता रॉय इस आरोप पर गुस्से में हैं। उन्होंने दावा किया, 'यह एक्सीडेंट का मामला है, मुझे क्यों दोषी ठहराया जा रहा है? अगर सड़क पर कोई एक्सीडेंट होता है तो क्या मैं उसकी जिम्मेदारी लूंगी? मुझे बदनाम करने का क्या मतलब है? क्या कोई किसी का नाम लेकर मेरे नाम पर इस तरह की शिकायत कर सकता है? सत्यजीत मेरी गोद में पला-बढ़ा है। यह सुनकर मुझे बहुत दुख हो रहा है।’
पुलिस ने कहा कि अभी तक कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं की गई है। उन्होंने यह भी कहा है कि अगर लिखित शिकायत नहीं मिलती है तो खुद से केस दर्ज किया जाएगा। हालांकि, एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि प्राथमिक जांच में इस घटना को एक हादसा ही माना जा रहा है।