SIR को लेकर मोदी सरकार को तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि ‘SIR को लेकर चर्चा की जरूरत है, तो ड्रामे ?’ सोमवार को दक्षिण 24 परगना के महेशतला में सेवाश्रय-2 के उद्घाटन मंच से अभिषेक बनर्जी ने तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की है। अभिषेक ने कहा कि आज से संसद में शीतकालीन सत्र शुरू हुआ। SIR को लेकर विपक्ष संसद में चर्चा करना चाह रहे हैं। सत्र शुरू होने से पहले इस दिन संसद परिसर में पत्रकारों से मुखातिब होते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार की जीत और इसके बीच विपक्ष की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘ज्यादा ड्रामा मत कीजिए। संसद में काम करके दिखाइए।
यह आपके निराशा दिखाने की जगह नहीं है।’ इसे लेकर जोरदार बहस शुरु हो गयी। पीएम मोदी के यह बयान को लेकर अभिषेक ने सेवाश्रय के मंच से इसी पीएम नरेंद्र मोदी को करारा जवाब दिया।
इस दिन सेवा आश्रय-2 के उद्घाटन के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए अभिषेक बनर्जी ने कहा, 'कौन ड्रामा कर रहा है, यह पूरा देश देख रहा है। लोग इसका जवाब देंगे। सरकार के महत्वपूर्ण पद पर रहते हुए, मैं चर्चा से क्यों बचूंगा ? अगर मेरे पास जवाब नहीं है, तभी तो मैं बचूंगा।' जैसा कि पीएम मोदी बच रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जिस SIR को लेकर इतनी बातें हो रही हैं, उसमें 40 लोग मर गए, इस पर प्रधानमंत्री की ऐसी टिप्पणी की उन्होंने आलोचना की। सवाल किया 40 लोग मर गए, जिनमें BLO भी शामिल हैं। उनके परिवार निर्वाचन आयोग से जवाब मांग रहे हैं। सरकार की तरफ से किसकी जिम्मेदारी ?
अभिषेक बनर्जी स्पष्ट रूप से कह रहे हैं कि वे SIR के विरोधी नहीं हैं लेकिन इतनी जल्दीबाज़ी क्यों है, यह सवाल उन्होंने उठाया। साथ ही उनका सवाल है, बीजेपी SIR में पहले से ही 1 करोड़ वोटर नहीं होने की बात कह रही है, अखिर क्यों ?
अभिषेक ने SIR को लेकर केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि बंगाल में घुसपैठ करने वालों को रोकने के लिए बीजेपी SIR लागू करने की बात कर रही है। डायमंड हार्बर के सांसद का सवाल है कि सीमा की सुरक्षा तो केंद्र का जिम्मा है। तो फिर घुसपैठ कैसे हो रही है ?
अभिषेक का कहना है कि 'बंगाल में SIR होना अच्छी बात है। वे कह रहे हैं कि बांग्लादेश से लोग आए हैं इसलिए SIR लगाया जा रहा है। तो फिर त्रिपुरा में क्यों नहीं ? त्रिपुरा, मेघालय, मिजोरम में क्यों नहीं हो रहा ? बीजेपी नेता कह रहे हैं, 1 करोड़ रोहिंग्या हैं। यदि बंगाल आए तो अरुणाचल तक पहुंच जाएंगे। म्यांमार के साथ तो बंगाल की सीमा नहीं है, अरुणाचल, नागालैंड, मिजोरम, मणिपुर में सीमा है। इन चार में से किसी में भी SIR नहीं हो रहा। तो फिर बंगाल में क्यों ?'