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ठाकुरनगर में भारी बवाल, मतुआ भक्त की पिटाई, आरोप शांतनु खेमे पर

शांतनु समर्थकों का दावा-ममताबाला के लोग ‘गुंडागर्दी’ कर रहे थे।

By सायनी जोयारदार, Posted by: श्वेता सिंह

Dec 24, 2025 18:09 IST

बनगांवः ठाकुरनगर के मतुआगढ़ में जबरदस्त अशांति फैल गई। मुख्य तौर पर ड्राफ्ट वोटर सूची से नाम हटने की घटना को लेकर यह विरोध शुरू हुआ। आरोप है कि मतुआ समुदाय के नाम हटाए जाने को लेकर शांतनु ठाकुर की राय जानने के लिए बुधवार को ममताबाला ठाकुर के समर्थकों ने उनके घर का घेराव किया। इसके बाद ही दोनों पक्षों में टकराव शुरू हो गया। मतुआ ठाकुरबाड़ी का विवाद हाथापाई और मारपीट तक पहुंच गया। आरोप है कि शांतनु के लोगों ने प्रदर्शन कर रहे मतुआ भक्तों पर हाथ उठाया। वहीं, शांतनु समर्थकों का दावा है कि ममताबाला के लोग वहां आकर ‘गुंडागर्दी’ कर रहे थे, जिसका मतुआ समुदाय ने विरोध किया। शांतनु ने गृह मंत्रालय को सूचित करने के साथ-साथ कानूनी रास्ता अपनाने की बात कही है।

पिछले सोमवार को शांतनु ठाकुर ने बनगांव के गांड़ापोता में एक सभा की थी। चुनाव आयोग की ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में राज्य के 58 लाख लोगों के नाम हटाए गए हैं। उस सभा में शांतनु ने कहा था, “अगर आज 50 लाख रोहिंग्या, मुसलमान, बांग्लादेशी, पाकिस्तानी मुसलमानों के नाम हटते हैं और हमारे 1 लाख लोगों के नाम भी हटते हैं, तो इसे सह लेना चाहिए। सभी मतुआ नागरिकता पाएंगे और मतदान का अधिकार भी मिलेगा।” शांतनु का सवाल है कि इसके लिए उनसे जवाब क्यों मांगा जा रहा है-जो कहना है, चुनाव आयोग कहेगा। हालांकि दोनों पक्षों के टकराव के बीच ठाकुरबाड़ी के सामने हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए।

केंद्रीय मंत्री और BJP सांसद शांतनु ठाकुर के इस बयान के बाद मतुआगढ़ ठाकुरनगर समेत कई मतुआ बहुल इलाकों में तनाव बढ़ गया। तृणमूल सांसद ममताबाला ठाकुर ने कहा, “अगर सभी मतुआ नागरिकता पाएंगे, तो फिर SIR के जरिए नाम क्यों हटाए गए? उनसे दस्तावेज क्यों मांगे जा रहे हैं? शांतनु पैसे लेने के बावजूद मतुआ समुदाय को नागरिकता नहीं दिला पाए। इसका जवाब दें शांतनु।”

इसी खींचतान के बीच बुधवार को स्थिति बेकाबू हो गई। आरोप है कि उस दिन ममताबाला के समर्थक ऑल इंडिया मतुआ महासंघ के बैनर तले सड़कों पर उतरे। शांतनु के घर के पास पहुंचते ही अशांति शुरू हो गई। श्यामनगर के नंटू हालदार उर्फ नंटू गोसाईं को घेरकर पीटने का आरोप लगा। नंटू गोसाईं ने कहा, “शांतनु की टोली ने मुझे मारा-सीने और पीठ पर वार किया।”

ममताबाला ठाकुर ने कहा, “हमने मीडिया में देखा कि उन्होंने क्या कहा। मतुआ समुदाय के एक लाख नाम कटने पर उन्हें कोई आपत्ति नहीं। यही जानने मतुआ लोग गए थे। इतने दिन CAA के नाम पर पैसे लेकर आवेदन कराने को कहा गया, नागरिकता और मताधिकार का भरोसा दिया गया, हिंदू कार्ड की बात की गई-अब फिर ऐसा बयान क्यों? कोई मारपीट करने नहीं गया था। हालांकि बनगांव के BJP नेता ने बाहर से लोग लाकर जिस तरह मतुआ लोगों पर हाथ उठवाया, वह सबने देखा।”

जवाब में शांतनु ठाकुर ने कहा, “ममताबाला के कुछ लोग प्लेकार्ड और हथियार लेकर यहां आए थे और अपशब्दों का इस्तेमाल कर रहे थे। गाली-गलौज का विरोध करने पर यहां मौजूद हमारे मतुआ भक्तों ने आपत्ति जताई, उसी से यह अव्यवस्था हुई। ममताबाला को इस गुंडाराज को चलाने की हिम्मत किसने दी? हम कानूनी रास्ता अपनाएंगे। गृह मंत्रालय को सूचित कर दिया गया है। एक सांसद के घर के सामने आकर इस तरह की गुंडागर्दी की गई।”

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