किसी व्यक्ति ने नहीं बल्कि मृतक की आंखें चूहों ने ही 'चुरायी' हैं। बारासात मेडिकल कॉलेज के मॉर्ग से मृतक की आंखें चुराने के आरोप में जांच अधिकारियों ने इसी बात पर ही मुहर लगाया है। बताया जाता है कि दूसरी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चूहों द्वारा ही मृतक की आंखें नोच लेने की बात कही गयी है।
बता दें, पिछले दिनों ही प्रीतम घोष के शव से आंखें गायब होने का आरोप लगाया जा रहा था। तब अस्पताल प्रबंधन की तरफ से दावा किया गया था कि आंखों को चूहों ने नोच खाया है। लेकिन परिजन इस दावे को मानने से इनकार कर रहे थे।
दूसरे पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी चूहों का उल्लेख
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग के जांच अधिकारियों की रिपोर्ट में चूहों द्वारा नोचने की तरफ ही इशारा किया गया गया है। दूसरी बार पोस्टमार्टम होने के बाद 3 सदस्यीय कमेटी ने स्पष्ट कर दिया कि ऑपरेशन कर आंखें नहीं निकाली गयी हैं बल्कि चूहे या उसके जैसे ही किसी जीव के आक्रमण से ही आंखों को नुकसान हुआ है।
बताया जाता है कि बारासात मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञों ने मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में दूसरा पोस्टमार्टम किया था। उस कमेटी में एक नेत्ररोग विशेषज्ञ, एक शल्य चिकित्सक व एक सहायक मेडिकल सुपर (एएमएस) मौजूद थे। पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी की गयी है। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया है।
क्या कहा गया है रिपोर्ट में?
बुधवार की रात को स्वास्थ्य विभाग को जांच अधिकारियों द्वारा भेजे गए रिपोर्ट में बताया गया है कि शव में आईबॉल का कुछ हिस्सा मौजूद है। बाकी हिस्से में खून जमकर काला हो गया है। इसलिए ही बाहर से देखने पर ऐसा लग रहा है कि आंखें नहीं है। जांच अधिकारियों ने लिखित रूप से बताया है कि आंखों को ऑपरेशन कर नहीं निकाला गया है।
चूहों या उनके जैसे किसी जीव के आक्रमण की वजह से ही ऐसा हुआ है। अस्पताल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मॉर्ग में कोई चूहा घुसा है अथवा नहीं, इसकी जांच की जा रही है।
बता दें, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के काफिले को रोककर प्रीतम घोष के परिजनों ने विरोध प्रदर्शन किया था। इसके बाद ही मुख्यमंत्री ने एक जांच कमेटी का गठन करने का आदेश दिया था। जांच कमेटी की रिपोर्ट में भी चूहों द्वारा ही आंखें नोच लेने का दावा किया जा रहा है।