परिवार ने आरोप लगाया है कि बारासात मेडिकल कॉलेज से एक मृतक युवक की आंखें चुरा ली गईं। मंगलवार को बनगांव में एक मीटिंग से लौटते समय युवक के परिवार वालों ने जेसोर रोड पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के काफिले को रोक लिया। मृत युवक के परिवार ने घटना का विरोध किया और दोषियों को सजा देने की मांग की। बारासात बनमालीपुर हॉस्पिटल के गेट के सामने नेशनल हाईवे पर विरोध प्रदर्शन किया गया। शिकायत सुनने के बाद ममता बनर्जी ने जांच के आदेश दिए हैं।
युवक के परिवार की शिकायत क्या है?
बारासात के रहने वाले प्रीतम घोष (34) सोमवार सुबह सड़क पार करते समय एक कार की टक्कर से गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा बारासात के काजीपारा में हुआ। पुलिस ने उसे बचाया और बारासात मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद संबंधित हॉस्पिटल में उसका पोस्टमार्टम कराया गया। मंगलवार को जब युवक का शव सौंपा गया तो परिवार दंग रह गया। परिवार की शिकायत है कि प्रीतम जिसका एक्सीडेंट हुआ था, जब उसे अस्पताल लाया गया था तब उसकी आंखें ठीक थीं। लेकिन जब उन्हें शव सौंपा गया तब युवक की आंखें नहीं थीं। परिवार वालों ने आरोप लगाया कि मृतक प्रीतम की आंखें चुरा ली गयी हैं। परिवार वाले बारासात मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल को निशाना बना रहे थे। इसी के विरोध में युवक के परिवार ने मंगलवार सुबह से हॉस्पिटल के सामने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। उन्होंने शव लेने से भी इनकार कर दिया।
मुख्यमंत्री के सामने शिकायत
इस दिन बनगांव में एक मीटिंग से लौट रही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के काफिले को मृतक युवक के परिवार वालों ने रोक लिया। उन्होंने शिकायत की कि प्रीतम की आंखें हॉस्पिटल में ही चोरी की गई हैं। इस दिन मुख्यमंत्री ने प्रीतम के परिवार की सारी शिकायतें सुनीं। इसके बाद उन्होंने पुलिस और अस्पताल को सही जांच करने का आदेश दिया।
ममता बनर्जी ने कहा कि घटना के बाद वह तीन कदम उठाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा, "अगर किसी ने गलत किया है, तो उसे सज़ा मिलेगी। मैंने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। CCTV फुटेज की जांच की जाएगी।" मुख्यमंत्री ने युवक के परिवार को आर्थिक मदद और उसकी मां को अपने कोटे से नौकरी का भरोसा दिलाया। परिवार से करीब 15 मिनट बात करने के बाद वह मौके से चली गईं। पता चला है कि प्रीतम की शादी एक साल पहले हुई थी। उसका 12 दिन का बच्चा है।
अस्पताल के अधिकारियों का क्या कहना है ?
इस बारे में बारासात मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल के MSVP डॉ. अभिजीत साहा ने कहा, "परिवार वाले मेरे पास शिकायत लेकर आए थे। मैंने उनसे लिखित शिकायत देने को कहा। उसके आधार पर हम एक जांच कमेटी बनाएंगे जो मैंने परिवार को पहले ही बता दिया था। उसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री के काफिले के सामने विरोध प्रदर्शन किया। ममता बनर्जी ने जैसा कहा है, हम वैसा ही काम करेंगे, हम निर्देशों का पालन करेंगे। जल्द ही जांच कमेटी बनाई जाएगी।"