शुक्रवार को दिल्ली में चुनाव आयोग के कार्यालय की बैठक में SIR को लेकर निर्दिष्ट पांच सवाल तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधियों ने उठाए। बैठक से बाहर निकलते ही तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधियों ने बताया कि आयोग के प्रतिनिधियों ने किसी भी सवाल का सकारात्मक उत्तर नहीं दिया। इसके कुछ ही समय बाद कई राष्ट्रीय समाचार माध्यमों में यह बताया गया कि आयोग के प्रतिनिधियों का दावा है कि तृणमूूल कांग्रेस के हर सवाल का विस्तार से जवाब दिया गया। आयोग के इस दावे को पूरी तरह 'झूठा' और 'भ्रामक' बताते हुए तृणमूल के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने पलटकर दावा किया। जरूरत पड़ने पर आयोग उसी दिन की बैठक के सीसीटीवी फुटेज जारी करे, ऐसा दावा अभिषेक ने किया। हालांकि आयोग की तरफ से आधिकारिक रिपोर्ट लिखे जाने तक कुछ भी नहीं बताया गया।
एक्स हैंडल पर एक पोस्ट में अभिषेक ने लिखा, 'अगर आयोग वास्तव में छिपाने के लिए कुछ नहीं रखता और असल में पारदर्शिता में विश्वास करता है, तो इसे तुरंत पूरी CCTV फुटेज सार्वजनिक कर देनी चाहिए, न कि मीडिया में सूत्र आधारित खबरें दी जाएं।' कुछ मीडिया में दावा किया गया है कि तृणमूल कांग्रेस की प्रतिनिधि टीम द्वारा की गई हर शिकायत का आयोग के प्रतिनिधियों ने खंडन किया है। आयोग के दावे को 'भ्रामक' बताते हुए अभिषेक ने जोड़ा, 'कुछ घंटे का समय देना कम हो जाएगा, जितने दिन समय लगे, लें, लेकिन हमारे पांच विशिष्ट प्रश्नों के उत्तर दें।'
शुक्रवार को ही पश्चिम बंगाल के लिए SIR के दौरान एक विशेष पर्यवेक्षक नियुक्त करने का काम आयोग ने किया। कई समाचार माध्यमों में आयोग के सूत्रों के हवाले से खबर दी गई कि इस दिन की बैठक में तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधि दल से 9 दिसंबर को प्रारंभिक मतदाता सूची प्रकाशित होने के बाद सभी आपत्तियाँ या आवेदन करने के लिए कहा गया। यहाँ तक कि SIR के काम में नियुक्त BLO, ERO, DEO के काम में हस्तक्षेप न करने का भी निर्देश दिया गया।
इसके जवाब में अभिषेक एक्स हैंडल ने लिखा, ‘मैं आपकी निराशा समझ सकता हूँ। अगर आप कहानी बनाने का समय पाते हैं, तो निश्चित रूप से इन पाँच प्रश्नों का उत्तर देने का भी समय मिलेगा। आपका समय अब शुरू हो गया है।’