मंगलवार को अलीपुर के अपने घर से बाहर निकलते ही आसपास के लोगों ने चांटे और घूसे बरसाना शुरू कर दिया। किसी ने आरजी कर कांड के मुख्य आरोपी संजय राय की दीदी के बाल पकड़कर खींचे तो किसी ने संजय राय के जीजा की नाक पर घुसा जड़ दिया। मारने वाला कोई अनजान भी नहीं था बल्कि इस दंपति का पड़ोसी ही थी। खुद को लोगों के थप्पड़ से बचाती हुई संजय राय की दीदी बस इतना ही कह सकी थी, 'मैं कुछ नहीं किया'। पर क्यों अचानक लोगों ने इस दंपति पर थप्पड़ों की बारिश शुरू कर दी?
दरअसल, ये सभी लोग 11 वर्षीया संजना सिंह की मौत से नाराज हैं जिसका शव अपने ही घर की अलमारी में फंदे से लटकता हुआ बरामद किया गया है। स्थानीय लोगों ने संजना सिंह की सौतेली मां और आरजी कर कांड के मुख्य आरोपी संजय राय की दीदी व उनके पति पर अपनी बेटी से मारपीट करने का आरोप लगाया है। मंगलवार को जब यह दंपति अपने घर से बाहर निकला तो आस-पड़ोस के लोगों ने उन्हें घेर लिया। इस सारे हंगामे के बीच संजय राय के जीजा को लगातार यह कहते हुए भी सुना गया, 'मेरी बेटी नहीं रही। अब मेरे जीने का कोई मतलब नहीं है।'
इस हंगामे की वजह से मंगलवार की दोपहर को भवानीपुर इलाके का माहौल काफी गर्मा गया। आखिरकार पुलिस को जाकर मृतका के माता-पिता को बचाकर वहां से निकालना पड़ा। गौरतलब है कि अलीपुर के विद्यासागर कॉलोनी में रहने वाली 11 वर्षीया संजना सिंह आरजी कर कांड के मुख्य आरोपी संजय राय की भांजी है। रविवार की शाम को संजना की सौतेली मां (जो कोलकाता पुलिस में बतौर सीविक वॉलेंटियर कार्यरत हैं) पटाखे खरीदने बाहर गयी थी। घर लौटने पर काफी पुकारने के बाद भी बेटी ने घर का दरवाजा नहीं खोला। जब मां घर का दरवाजा तोड़कर अंदर जाती है तो उन्हें अपनी बेटी कहीं नहीं दिखी।
बेटी को ढूंढते हुए जब उन्होंने अलमारी खोली तो उसमें बेटी का फंदे से लटकता हुआ शव बरामद हुआ। संजना की लाश को बरामद कर उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। गौरतलब है कि संजना के पिता की पहली शादी संजय राय की एक दीदी से हुई थी। पहली पत्नी की मृत्यु हो जाने पर उन्होंने अपनी साली यानी संजय राय की दूसरी दीदी से शादी कर ली थी। इस तरह वह संजना की सौतेली मां भी थी और मौसी भी थी।
पड़ोसियों का आरोप है कि संजना पर उसकी सौतेली मां और पिता अत्याचार किया करते थे। वे उस पर काम करने और पढ़ाई को लेकर अमानवीय दबाव भी डालते थे। हालांकि संजय राय की दीदी ने इन आरोपों को अस्वीकार किया है। उनका कहना है कि मैंने अपनी बेटी को नहीं मारा है। उसकी हत्या नहीं की है। लेकिन पड़ोसियों का दावा है कि वह सिर्फ सहानुभूति प्राप्त करने के लिए इस तरह की बातें कह रही हैं। मामले की जांच अलीपुर थाना की पुलिस कर रही है।