राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) 75 से घटकर 25 सीटों पर आ गई है। बिहार चुनाव के परिणाम की घोषणा के तुरंत बाद लालू प्रसाद यादव का शिविर सन्नाटे में था। क्या बिहार में धीरे-धीरे 'दीपक की रोशनी' भी बुझ रही है ? इस पर राजनीतिक circles में गहन विश्लेषण हो रहा था। इस परिस्थित में शनिवार को इस परिणाम पर पार्टी के एक प्रमुख नेता लालू प्रसाद के पुत्र तेजस्वी यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी। एक्स-हैंडल पर उन्होंने एक पोस्ट साझा की, जिसमें उन्होंने दावा किया कि आरजेडी गरीबों की पार्टी है।
तेजस्वी यादव ने सही-सही क्या दावा किया है ?
उन्होंने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट में लिखा, 'जनसेवा एक अनवरत प्रक्रिया है। इस यात्रा का कोई अंत नहीं है। इसमें उतार-चढ़ाव अवश्य ही होते हैं। हार में कोई दुख नहीं है, वैसे ही जीत में भी कोई गर्व नहीं है। राष्ट्रीय जनता दल गरीबों की पार्टी है। वे भविष्य में भी गरीबों के लिए आवाज उठाएंगे।'
उल्लेखनीय है कि पिछले विधानसभा चुनाव में बिहार में एकल बहुमत वाली पार्टी आरजेडी थी। प्राप्त सीटों की संख्या 75 थी। हालांकि एनडीए गठबंधन की सीटों की संख्या कुल मिलाकर ज्यादा होने के कारण मुख्यमंत्री लालू के विरोधी शिविर के नीतीश कुमार बने। 2025 में बिहार में विधानसभा चुनाव में व्यवहारतः एनडीए शिविर ने सर्वाधिक जीत हासिल की।
आरजेडी के गठबंधन सहयोगी कांग्रेस भी 61 सीटों पर लड़कर मात्र छह सीटों पर विजयी हुई। राघोपुर से भाजपा के उम्मीदवार सतीश कुमार को 14,532 वोटों से हराकर विजयी हुए तेजस्वी खुद लेकिन बिहार में कुल मिलाकर परिणाम विपक्ष के लिए बिल्कुल संतोषजनक नहीं है, राजनीतिक गलियारे का दावा है। उस स्थिति में तेजस्वी का यह संदेश अत्यंत महत्वपूर्ण है, ऐसा राजनीतिक गलियारे का दावा है।