दूसरे चरण के मतदान से पहले बिहार में काफी तनाव का माहौल देखा जा रहा है। रविवार की शाम गोपालगंज में फैली अफवाह के बाद आक्रोशित जनता ने सड़क के किनारे खड़ी पुलिस की गाड़ी में कथित तौर पर आग लगा दी। देखते ही देखते माहौल काफी तनावपूर्ण बन गया। बताया जाता है कि आक्रोशित जनता को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। पुलिस का दावा है कि इस घटना में 3 लोग घायल हो गए हैं लेकिन किसी भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है।
क्या है पूरा मामला?
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गोपालगंज के जादोपुर चौक इलाके में तीन युवक बाइक पर सवार होकर जा रहे थे। अचानक सामने से आ रही सर्किल इंस्पेक्टर की बोलेरो गाड़ी से उनकी टक्कर हो गयी। इस घटना में बाइक सवार तीनों गंभीर रूप से युवक घायल हो गए। लेकिन इस बीच किसी ने अफवाह फैला दी कि पुलिस की गाड़ी से हुई टक्कर में एक युवक की मौत हो गयी है।
टक्कर के तुरंत बाद तीनों घायल युवकों को अस्पताल पहुंचाया गया। बताया जा रहा है कि इस हादसे में नंद कुमार चौहान, एहसान अली और राजा हुसैन नामक तीन युवक घायल हो गए हैं। उनका इलाज चल रहा है। घायलों में से एक की मौत की अफवाह फैलते ही स्थानीय लोग तुरंत सड़कों पर उतर आए। उन्होंने पुलिस के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया। जादोपुर चौक के पास पुलिस की गाड़ी खड़ी थी। कथित पर तौर आक्रोशित जनता ने गाड़ी पर पेट्रोल छिड़कर उसे आग के हवाले कर दिया।
संदिग्धों से हो रही है पूछताछ
घटना की जानकारी मिलते ही तुरंत स्थानीय थाना की पुलिस मौके पर पहुंची। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे गए। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया। पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है। थिति अब नियंत्रण में बताई जा रही है। गोपालगंज के पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित ने कहा कि घायलों को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की जांच की जा रही है।
साथ ही उन्होंने बताया कि घटना की वीडियोग्राफी करवायी गयी है और पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि यह अफवाह किसने और क्यों फैलायी? बताया जा रहा है कि पुलिस ने मौके से करीब दो दर्जन संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार हंगाने की जानकारी मिलने के बाद जिले के अन्य थानों की पुलिस भी मौके पर पहुंची और पूरे इलाके में फ्लैग मार्च किया।