एक मोबाइल की दुकान में शांत बैठा है डॉक्टर उमर उन नबी। न कोई चिंता, न कोई बेचैनी। हाथ में है एक बैग और दो मोबाइल। जी हां, आपने बिल्कुल सही समझा। हम उसी डॉक्टर उमर की बात कर रहे हैं, जिसकी लाल रंग की i20 कार में लाल किला के सामने हुए तेज विस्फोट से 10 नवंबर को दहल उठी थी दिल्ली। शनिवार (15 नवंबर) को दिल्ली धमाकों से ठीक एक दिन पहले का एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है जिसमें डॉक्टर उमर हरियाणा के फरीदाबाद के एक मोबाइल की दुकान पर बैठा हुआ नजर आ रहा है।
क्या है सीसीटीवी फुटेज में?
हरियाणा के फरीदाबाद में स्थित एक मोबाइल दुकान का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें दिल्ली धमाकों से ठीक एक दिन पहले डॉक्टर उमर वहां बैठा नजर आ रहा है। वह बहुत ही शांत दिखाई दे रहा है और उसके चेहरे पर कोई बेचैनी नजर नहीं आ रही है। उसके हाथों में एक बैग और दो मोबाइल है। एक मोबाइल को उसने चार्ज पर लगाने के लिए दुकानदार की ओर बढ़ाया और फिर चुपचाप दुकान की बेंच पर बैठ गया। अभी तक यह जानकारी नहीं मिल सकी है कि डॉक्टर उमर दिल्ली धमाकों से ठीक एक दिन पहले हरियाणा के फरीदाबाद की उस मोबाइल दुकान पर क्यों गया था? पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
इसके साथ ही डॉक्टर उमर की एप्रन पहने हुए भी एक फोटो सामने आयी है। डॉक्टर उमर नबी का वायरल सीसीटीवी फुटेज (समाचार एई समय ने वीडियो की सत्यता की जांच नहीं की है)।
धमाकों से पहले फरार था
जांच में पता चला है कि दिल्ली धमाकों से तीन दिन पहले उमर लापता था। जांचकर्ताओं का मानना है कि वह उस समय फरार था। माना जा रहा है कि वह उसी दौरान मोबाइल की दुकान पर गया होगा। हालांकि दिल्ली धमाके के बाद घटनास्थल से कोई मोबाइल फोन बरामद नहीं हुआ। इसलिए इस बात की जांच की जा रही है कि उमर के दोनों मोबाइल फोन कहां गए? क्या उसने धमाके से पहले उन्हें किसी और को दे दिया था। जांच अधिकारी उमर के फोन की तलाश कर रहे हैं। संभावना जतायी जा रही है कि उसके मोबाइल से कोई बड़ा सुराग मिल सकता है।
डॉक्टर का एप्रन पहने उमर
उमर उन नबी की एक और फोटो सामने आयी है, जिसमें वह डॉक्टर का एप्रन पहने हुए है। इस फोटो में उमर एक कुर्सी पर बैठा हुआ है, उसने ग्रे रंग का टी-शर्ट के ऊपर सफेद एप्रन पहना हुआ है। उनके गले में स्टेथोस्कोप लटक रहा है। इस फोटो में उसने चश्मा नहीं लगाया है। लेकिन उसने अपना जबड़ा भींच रखा है। अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि यह तस्वीर कहां ली गई थी? वह अल फलाह यूनिवर्सिटी में सहायक प्रोफेसर था। जांच अधिकारियों का अनुमान है कि यह फोटो संभवतः वहीं ली गई होगी।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के डॉक्टर आदिल अहमद राठर को जैश-ए-मोहम्मद के समर्थन में पोस्टर चिपकाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। जांच में पता चला है कि उमर का उसके साथ काफी करीबी रिश्ता था। इसीलिए आदिल की गिरफ्तारी के बाद उमर छिपने लगा था। इसके बाद ही सोमवार को फरीदाबाद में तलाशी अभियान चलाकर लगभग 2,900 किलो विस्फोटक और तीन डॉक्टरों को गिरफ्तार कर लिया गया।
वह बचे हुए विस्फोटकों को गाड़ी में लादकर दूसरी जगह ले जा रहा था, जब दिल्ली में लाल किला के सामने जोरदार धमाका हो गया। हालांकि यह सब जांच अधिकारियों का अभी तक अनुमान ही माना जा रहा है, इसकी अभी तक आधिकारिक तौर पर कोई पुष्टि नहीं हुई है। बाकी लोगों को फरीदाबाद और जम्मू-कश्मीर से गिरफ्तार किया गया था, लेकिन उमर छिपते-छिपाते किसी तरह बच निकला।