दिल्ली धमाकों की एक आरोपी शाहीन ने पाकिस्तान के साथ भी एक मजबूत नेटवर्क बना लिया था। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक वह पाकिस्तानी सेना में कार्यरत एक डॉक्टर के लगातार संपर्क में थी। सिर्फ इतना ही नहीं शाहीद जल्द ही देश छोड़कर भागने की फिराक में भी थी। लेकिन देश के केंद्रीय बलों की सक्रियता की वजह से उसकी योजना नाकाम हो गई।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक शाहीन सोशल मीडिया के जरिए कई पाकिस्तानी युवकों के लगातार संपर्क में थी। शाहीन देश की सुरक्षा से जुड़ी गुप्त जानकारियां भी उनसे शेयर कर रही थी। इसके अलावा वह पाकिस्तानी सेना के एक डॉक्टर के भी लगातार संपर्क में थी। बताया जा रहा है कि वह पाकिस्तानी डॉक्टर ही शाहीन को इस तरह की तबाही मचाने की सलाह देता था।
जांच में पता चला है कि शाहीन सहारनपुर और फरीदाबाद को आधार बनाकर दिल्ली में तबाही मचाने की एक बड़ी साजिश रच रही थी। दावा किया जा रहा है कि राजधानी दिल्ली को हमले का कैसे निशाना बनाया गया, इससे जुड़े कई डिजिटल सबूत जांच एजेंसी को मिले हैं। इसके अलावा इस नेटवर्क से जुड़े डॉ. परवेज और डॉ. आरिफ मीर समेत कुछ अन्य डॉक्टरों के नाम भी सामने आए हैं। हालांकि वे दिल्ली धमाकों से सीधे तौर पर जुड़े थे या नहीं, इसकी जांच की जा रही है। बताया जाता है कि जांच एजेंसी दोनों डॉक्टरों के वित्तीय लेन-देन की जानकारी, कॉल रिकॉर्ड और विदेश यात्रा से जुड़े दस्तावेजों की जांच कर रही है।
गौरतलब है कि दिल्ली धमाकों की जांच में एक के बाद एक कई सनसनीखेज जानकारियां सामने आ चुकी हैं। इस धमाके के बाद ही 'ह्वाइट कॉलर' आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश हुआ है। देश के जांच अधिकारी इस घटना से जुड़े पूरे नेटवर्क को 'ह्वाइट कॉलर' इसलिए कह रहे हैं क्योंकि इसमें शामिल सभी लोग पढ़े-लिखे और उच्च पदों पर आसीन लोग हैं, खासकर डॉक्टर हैं। इस बारे में केंद्रीय खुफिया एजेंसी का मानना है कि जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी कई और अहम जानकारियों के सामने आने की भी संभावना है।