आज भी लोगों के दिलों में नंदराम और बागड़ी मार्केट की यादें ताजा है। शनिवार (15 नवंबर) की सुबह लालबाजार के पास एजरा स्ट्रीट पर एक गोदाम में भयावह आग लग गई। बताया जा रहा है कि इस हादसे में आसपास की लगभग 16-17 दुकानें क्षतिग्रस्त हो गई हैं।
12 जनवरी 2008 को बड़ाबाजार के नंदराम मार्केट की 13वीं मंजिल पर लगी आग हो या 16 सितंबर 2018 को कैनिंग स्ट्रीट स्थित बागड़ी मार्केट में लगी आग, सभी मामलों में अवैध दुकानों को हटाने और घटनास्थल तक पहुंचने के लिए दमकल की गाड़ियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी। शनिवार को एजरा स्ट्रीट में लगी आग को बुझाने में भी दमकल की गाड़ियों को वैसी ही समस्या से जुझना पड़ा। इस बार भी आरोप लगाया जा रहा है कि व्यापारियों को हॉकरों का सामान हटाना पड़ा है।
क्या है वर्तमान स्थिति?
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार शुरुआत में दमकल के 5 इंजन घटनास्थल पर पहुंची थी। लेकिन बाद में दमकल की 20 और इंजनों को वहां भेजना पड़ा। दमकल की कुल 25 इंजनों और दमकल कर्मचारियों की कड़ी मेहनत व मशक्कत के बाद आखिरकार आग पर लगभग काबू पा लिया गया है। हालांकि आग अभी तक पूरी तरह से नहीं बुझी है और उसे बुझाने की कोशिशें लगातार जारी है।
क्यों लगी आग?
दमकल विभाग ने अभी तक इस मामले की कोई पुष्टि नहीं की है। कहा गया है कि फॉरेंसिक जांच के बाद ही आग लगने के असली कारणों की पुष्टि हो पाएगी। घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। हालांकि इस आग ने व्यापारियों को बहुत बड़ा आर्थिक नुकसान जरूर पहुंचाया है। व्यापारियों का दावा है कि आर्थिक नुकसान की पुष्टि के लिए पहले सभी वस्तुओं की जांच करना जरूरी है।
दमकल मंत्री ने कहा
शनिवार को राज्य के दमकल मंत्री सुजीत बोस घटनास्थल पर पहुंचे। व्यापारियों से बात करते हुए उन्होंने कहा, 'व्यापार करने का अधिकार सभी को है। लेकिन व्यापार करते समय अगर लोगों के जीवन पर ही खतरा मंडराने लगे तो वह स्वीकार्य नहीं है। ' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उक्त बाजार में अग्निशमन व्यवस्था कैसी थी, इसकी जांच की जाएगी।
अवैध निर्माण के दावे पर मेयर ने कहा
एजरा स्ट्रीट पर जिस जगह पर अग्निकांड हुआ है वह कोलकाता नगर निगम के वार्ड नंबर 45 में आता है। वार्ड के पार्षद और कांग्रेस नेता संतोष पाठक ने आरोप लगाया है कि वहां अवैध निर्माण किया गया है। उनका दावा है कि साल 2023 में एक पत्र लिखकर भी उन्होंने मेयर का ध्यान इस तरफ आकर्षित किया था।
हालांकि घटनास्थल के दौरे पर पहुंचे मेयर फिरहाद हकीम ने इस बात का खंडन किया। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, 'जब अवैध निर्माण होता है, तो कोई इसकी सूचना नहीं देता। मैं महीने में दो बार पार्षदों से मिलता हूं। उन्होंने कभी इसका जिक्र तक नहीं किया था।' फिरहाद ने कहा कि इलाके में तारों के जंजाल और अवैध निर्माण के आरोपों को लेकर एक उच्चस्तरीय बैठक होगी। उस बैठक में स्थानीय व्यापार समिति के साथ-साथ CESC के अधिकारी और पुलिस भी मौजूद रहेंगे। उन्होंने कहा कि अगर कोई अवैध निर्माण हुआ होगा तो उसे ढहा दिया जाएगा।