एन्यूमरेशन फॉर्म ने घुम ली आधी दुनिया, लंदन से आया हस्ताक्षर होकर - जानिए यह अजब-गजब मामला

इंसानों की दुनिया घुमने की इच्छा तो हमेशा पूरी नहीं होती है लेकिन SIR के एक एन्यूमरेशन फॉर्म ने आधी दुनिया जरूर घूम ली।

By Moumita Bhattacharya

Dec 08, 2025 11:03 IST

हर किसी का सपना होता है कि वह दुनिया देखे। कोई फ्लाइट से उड़ान भरकर तो कोई समुद्र के रास्ते पूरी नहीं तो कम से कम आधी दुनिया को ही देखना चाहता है। इंसानों की इच्छा तो हमेशा पूरी नहीं होती है लेकिन SIR के एक एन्यूमरेशन फॉर्म ने आधी दुनिया जरूर घूम ली। 4 नवंबर से पश्चिम बंगाल समेत देश के 12 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में SIR की प्रक्रिया शुरू होने के बाद कई तरह के आरोप सामने आते रहे हैं।

कभी काम के अत्यधिक दबाव में आकर BLO की तबीयत बिगड़ने से लेकर मौत तक हो जाने और कभी SIR के डर से आम जनता के आत्महत्या तक करने का मामला सामने आ चुका है। इसके साथ ही SIR के एन्यूमरेशन फॉर्म में गलत जानकारी भरने की वजह से देश में पहली बार एक महिला व उसके दो बेटों पर FIR भी दर्ज किया गया है। लेकिन क्या आपने किसी एन्यूमरेशन फॉर्म के विदेश भ्रमण की खबर सुनी है?

BLO का अनोखा अनुभव

सोशल मीडिया पर पश्चिम बंगाल के एक BLO ने वीडियो शेयर कर अपना बड़ा ही अनोखा अनुभव साझा किया है। इस वीडियो में BLO ने दमदम विधानसभा केंद्र के परिवार का जिक्र करते नजर आ रही हैं। 7 नवंबर को उक्त BLO इस परिवार के घर माता-पिता और उनकी बेटी का एन्यूमरेशन फॉर्म लेकर पहुंची थी। उन्होंने फॉर्म भरने की प्रक्रिया और कहां हस्ताक्षर करना है, इस बाबत सब कुछ समझा दिया था।

कुछ दिनों बाद जब BLO भरे हुए फॉर्म वापस लेने गयीं तो इस परिवार ने उनसे कुछ और दिनों का समय मांग लिया। लगभग 15 दिनों बाद जब BLO फिर से इस घर में पहुंचे तो माता-पिता का फॉर्म तो उन्हें अच्छी तरह से भरा हुआ मिला लेकिन बेटी के फॉर्म में सिर्फ हस्ताक्षर किया हुआ था। फॉर्म भरा नहीं गया था।

एन्यूमरेशन फॉर्म गया लंदन

मां ने बताया कि उनकी बेटी पढ़ाई के सिलसिले में लंदन में रहती है। इसलिए फॉर्म को कुरियर के माध्यम से हस्ताक्षर करने के लिए लंदन भेजा गया था। फॉर्म पर हस्ताक्षर करके बेटी ने उसे कुरियर के माध्यम से ही वापस कोलकाता भेज दिया। यह सुनते ही BLO का माथा ठनका। एन्यूमरेशन फॉर्म को लंदन जाने और वहां से वापस आने में करीब 2 सप्ताह का समय लग गया था। इतने समय में उस फॉर्म ने लगभग आधी दुनिया घुम ली थी। BLO ने इस परिवार से पूछा कि क्यों उन्हें बेटी के भारत में नहीं होने की बात नहीं बतायी गयी? क्यों एक बार भी नहीं पूछा गया कि ऐसी स्थिति में क्या करना चाहिए?

अगर उन्हें बताया जाता तो वह समझा देती कि माता-पिता के तौर पर कोई भी बेटी के फॉर्म पर भी हस्ताक्षर कर सकता है। इसके साथ ही वीडियो में एन्यूमरेशन फॉर्म को भरने में कर रही गलतियों के बारे में भी बताया। साथ एक दुःखद घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि कुछ दिनों पहले ही उन्होंने एक वृद्ध का पूरी तरह से भरा हुआ एन्यूमरेशन फॉर्म स्वीकार किया जिसके कुछ दिनों बाद ही उन्हें पता चला कि वृद्ध की अचानक मौत हो गयी है।

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