पश्चिम बंगाल CEO ऑफिस के सामने BLO अधिकार रक्षा कमेटी के सदस्यों ने रातभर धरना दिया। सोमवार की दोपहर के बाद से ही कमेटी के सदस्यों ने धरना देना शुरू किया है। पूरी रात बीतने के बाद अब मंगलवार को भी बीबीडी बाग स्थित वामार लॉरी बिल्डिंग में एक ही दृश्य नजर आ रहा है। बता दें, इसी इमारत में राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी यानी CEO का ऑफिस है।
BLO अधिकार रक्षा कमेटी के कन्वेनर मोइदूल इस्लाम ने बताया कि CEO मनोज अगरवाल को हमसे मिलना और बात करना पड़ेगा। जब तक वह डेप्यूटेशन लेने के लिए नहीं आएंगे, तब तक धरना जारी रहेगा। CEO ऑफिस के अंदर इस वक्त 7 लोग धरना दे रहे हैं। जो लोग इस समय CEO ऑफिस में धरना दे रहे हैं, उनमें शामिल हैं मोइदूल इस्लान। वह पेशे से शिक्षक हैं। इसके अतिरिक्त पुरुलिया के 196 नंबर पार्ट की BLO सोनाली चक्रवर्ती, जोड़ासांकू पार्ट 194 की BLO तनुश्री भट्टाचार्य, दक्षिण 24 परगना रायदिघी पार्ट 35 के BLO सैफुल्लाह हल्दार भी धरने में शामिल हैं।
CEO मनोज कुमार अगरवाल ने कहा
हालांकि सोमवार को संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए CEO मनोज कुमार अगरवाल ने कहा था कि सभी डेप्यूटेशन खुद स्वीकार करना उनके लिए संभव नहीं है। इसके लिए दो डेप्यूटी CEO भी हैं। अगर BLO चाहे तो उनसे मिलकर उन्हें डेप्यूटेशन जमा दे सकते हैं। लेकिन BLO अधिकार रक्षा कमेटी के सदस्य अपनी बात पर अड़े हुए हैं।
बताया जाता है कि BLO की कई मांगों के समर्थन में सोमवार की सुबह BLO अधिकार रक्षा कमेटी ने आंदोलन शुरू किया। कॉलेज स्क्वॉयर से राज्य के CEO ऑफिस तक रैली निकाली गयी थी। रैली जब CEO ऑफिस के सामने पहुंची तब पुलिस के साथ आंदोलनकारी BLO की हाथापाई भी हुई।
पुलिस का बैरिकेड पार कर जब BLO ने CEO ऑफिस में प्रवेश करने का प्रयास किया तो काफी हंगामा मचा। सोमवार की शाम को करीब साढ़े 4 बजे हंगामे की शुरुआत हुई और CEO ऑफिस में डेप्यूटेशन देने जाने से ठीक पहले विरोध-प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। स्थिति बिगड़ती देख मौके पर डीसी सेंट्रल इंदिरा मुखर्जी पहुंची। आंदोलनकारियों को खींच कर बाहर निकाल दिया गया। इसे बाद ही CEO ऑफिस के सामने संगठन के सदस्य धरने पर बैठ गए।
बैठे रहे ठंड में, हमें नहीं आपत्ति
मिली जानकारी के अनुसार देर रात को मौके पर सजल घोष पहुंचे। सजल घोष ने कहा कि हमारा मकसद CEO को ऑफिस से बाहर निकालना था। ऐसा हुआ भी। हमारी जिम्मेदारी पूरी हुई। अब वे पूरी रात ठंड में बैठे रहे, हमें कोई आपत्ति नहीं है। बता दें, BLO अधिकार रक्षा कमेटी के सदस्य पूरी रात वहां बैठे रहे। उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा, तब तक वे वहीं बैठे रहेंगे।