पत्र में लिखा है कि 24 तारीख को मुख्य चुनाव अधिकारी (CEO) के कार्यालय में जो सुरक्षा उल्लंघन हुआ, उसे आयोग गंभीरता से देख रहा है।
CEO कार्यालय में धरना देने के बाद लालबाजार के पास एक्शन लेने की रिपोर्ट चुनाव आयोग ने मांगी। 48 घंटे के भीतर यह रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है। बुधवार को दिल्ली के निर्वाचन भवन से कोलकाता के पुलिस आयुक्त को यह पत्र भेजा गया। SIR के लिए आवंटित समय बढ़ाने, डेटा एंट्री ऑपरेटर नियुक्त करने की मांग सहित कई मुद्दों को लेकर BLO के एक संगठन ने 30 घंटे तक CEO कार्यालय में धरना दिया। इसके तुरंत बाद यह पत्र आया।
पत्र में लिखा है, 24 तारीख को चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर (सीईओ) के कार्यालय में जो सुरक्षा उल्लंघन हुआ, उसे आयोग गंभीरता से देख रहा है। सीईओ कार्यालय के प्रत्येक अधिकारी और कर्मचारी की सुरक्षा की जिम्मेदारी कोलकाता पुलिस को लेनी होगी।
बीएलओ अधिकार रक्षा समिति के सदस्य सोमवार दोपहर को बीबीडी बाग स्थित सीईओ कार्यालय में धरने पर बैठ गए। मांग थी, सीईओ से मुलाकात की जाए। हालांकि, शुरू में ऐसा नहीं हुआ। राज्य के सीईओ मनोज अग्रवाल ने सोमवार शाम पत्रकार सम्मेलन में कहा कि, सभी डिप्यूटेशन को उनकी तरफ से लेना संभव नहीं है। इसके लिए अतिरिक्त सीईओ भी हैं लेकिन धरने पर बैठे लोग इसके लिए सहमत नहीं हुए।
शाम के वक्त CEO मनोज अग्रवाल उनका सामना करते हैं। संगठन के सदस्य अपनी समस्याओं के बारे में बताते हुए उन्हें एक ज्ञापन सौंपते हैं। मंगलवार को 30 घंटे के बाद धरना समाप्त होता है। CEO ने ऑफिस के अंदर-बाहर इतनी संख्या में BLO प्रदर्शन कैसे दिखाया, दिल्ली से अब इस पर सवाल उठने लगे हैं।