तेल अवीवः बुधवार को इज़रायल ने 15 और फ़िलिस्तीनी शव गाज़ा को सौंपे, जिससे युद्धविराम के हालिया विनिमय का यह चरण पूरा हुआ। मालूम हो कि 7 अक्टूबर 2023 को हुए इस हमले में फ़िलिस्तीनी उग्रवादियों ने दक्षिणी इज़रायल में लगभग 1,200 लोगों की हत्या की और 251 लोगों को गाज़ा में अगवा कर लिया, जिससे गाज़ा युद्ध शुरू हुआ।
गाज़ा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इज़रायल द्वारा लौटाए गए 345 फ़िलिस्तीनी शवों में से अब तक केवल 99 की पहचान हो पाई है। डीएनए परीक्षण किटों की कमी के कारण अवशेषों की पहचान करना मुश्किल हो रहा है। यह कदम उस दिन के बाद आया जब फ़िलिस्तीनी उग्रवादियों ने इज़रायली बंधक द्रोर ओर के अवशेष लौटाए थे। इज़रायली सेना के अनुसार ओर और उनकी पत्नी योनेट ओर को 7 अक्टूबर 2023 को उग्रवादियों ने मारा था, जब उनके किब्बुत्ज़ बेएरी समुदाय पर हमला हुआ। होस्टेज फ़ैमिली फ़ोरम ने बताया कि मारे जाने से पहले दंपति ने अपने धधकते घर से अपने दो बच्चों को खिड़की के रास्ते बाहर निकालकर उनकी जान बचाई थी। ये बच्चे अल्मा और नोआम, बाद में नवंबर 2023 में एक बंधक समझौते के तहत रिहा हुए।
ओर के अवशेष लौटाए जाने के साथ अब तक अधिकांश बंधक या उनके अवशेष गाज़ा से बाहर आ चुके हैं। हमास के प्रवक्ता हाज़ेम क़ासेम ने कहा कि समूह शेष दो बंधकों एक इज़रायली और एक थाई नागरिक को भी लौटाने के लिए प्रतिबद्ध है। मध्यस्थों को इज़रायल पर दबाव डालना चाहिए ताकि युद्धविराम का उल्लंघन रोका जा सके। तुर्की, कतर और मिस्र के अधिकारी बुधवार को काहिरा में मिले और अक्टूबर में शुरू हुए युद्धविराम के दूसरे चरण पर चर्चा की। अगले चरण में गाज़ा में अंतरराष्ट्रीय स्थिरीकरण बल की तैनाती और पुनर्निर्माण की निगरानी के लिए अंतरराष्ट्रीय निकाय का गठन शामिल है। इस बल को सुरक्षा बनाए रखने और हमास को निरस्त्रीकरण करने का काम सौंपा जाएगा। इंडोनेशियाई अधिकारियों ने कहा है कि वे इस बल में 20,000 शांति रक्षक तैनात करने की योजना बना रहे हैं।
हालांकि, योजना के कई हिस्सों और कार्यान्वयन की समयसीमा पर सवाल बने हुए हैं। इस बीच, अधिकांश फ़िलिस्तीनी विस्थापित हैं और मानवतावादी सहायता पर निर्भर हैं। हमास गाज़ा के लगभग आधे हिस्से पर नियंत्रण बनाए हुए है और क्षेत्र का पुनर्निर्माण अभी भी शुरुआती चरण में है।