'फुजिवारा इफेक्ट' की वजह से अंडमान सागर में बना चक्रवाती तूफान 'सेनयार' भारतीय स्थल भूमि की ओर नहीं बढ़ पाया। चक्रवाती तूफान ने अपनी दिशा बदल ली है और अब यह इंडोनेशिया की ओर बढ़ रहा है। लेकिन जिस वेदर सिस्टम की वजह से 'सेनयार' की दिशा में बदलाव हुआ, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव ने भी मौसम वैज्ञानिकों को हैरान कर दिया है।
मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि निम्न दबाव का क्षेत्र गुरुवार रात को और मजबूत हो गया है और अब यह चक्रवाती तूफान 'दितवाह' में बदल गया है।
क्यों हैरान हैं मौसम वैज्ञानिक?
निम्न दबाव के क्षेत्र का चक्रवाती तूफान में बदलना कोई हैरानी की बात नहीं है। लेकिन जिस तरह से 'दितवाह' आगे बढ़ रहा है, वैज्ञानिकों का मानना है कि यह चक्रवाती तूफान दो बार लैंडफॉल करेगा। पहले श्रीलंका में और फिर तमिलनाडु तट पर। यही 'डबल लैंडफॉल' ही चक्रवाती तूफान 'दितवाह' को दूसरे सभी चक्रवाती तूफानों से अलग बनाता है।
'सेनयार' बनने के दो दिन बाद ही श्रीलंका के पास बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान 'दितवाह' बना। वर्ल्ड मेटियोरोलॉजिकल ऑर्गनाइज़ेशन के मुताबिक 'दितवाह' नाम यमन ने दिया है। यह नाम सोकोट्रा आइलैंड पर एक झील के नाम पर है।
बने 3 चक्रवाती तूफान
मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मानसून के वापस लौटने के बाद से लेकर अब तक बंगाल की खाड़ी में कुल तीन चक्रवाती तूफान बन चुके हैं। 'दितवाह' के बारे में बताते हुए मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि श्रीलंका के दक्षिण में चक्रवाती तूफान बनने के बाद यह उत्तर की ओर बढ़ना शुरू कर देगा। कुछ आगे बढ़ने के बाद यह चक्रवाती तूफान श्रीलंका के तटीय इलाकों में लैंडफॉल करेगा। 'दितवाह' श्रीलंका के तटीय इलाकों से उत्तर-पश्चिम की ओर आगे बढ़ने और दूसरी बार तमिलनाडु में लैंड करने की उम्मीद है।
हालांकि एक ही चक्रवाती तूफान के दो बार लैंडफॉल करने की घटनाएं काफी कम सुनी जाती हैं लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है कि यह पहली बार हो रहा है। इससे पहले साल 2014 में टाइफून 'कलामेगी' ने फिलीपींस में दो बार लैंडफॉल किया था। 2023 में चक्रवाती तूफान 'फ्रेडी' ने भी अफ्रीका के मोजाम्बिक में दो बार लैंडफॉल किया था। बात अगर भारत और श्रीलंका की करें तो साल 2020 में चक्रवाती तूफान 'बुरेवी' ने पहले श्रीलंका और उसके बाद भारत में लैंडफॉल किया था।
'दितवाह' से कितना होगा नुकसान?
मौसम विशेषज्ञों से मिली जानकारी के अनुसार चक्रवाती तूफान 'दितवाह' बहुत ज्यादा ताकतवर नहीं है। लेकिन इसके प्रभाव से दक्षिण भारतीय राज्यों में भारी बारिश होने की संभावना है। बताया जाता है कि इसके असर से तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक और पुडुचेरी के बड़े इलाकों में भारी से अति भारी बारिश होने की संभावना जतायी जा रही है।
बताया जाता है कि इन सभी राज्यों में पहले से ही एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। मौसम विभाग का कहना है कि यह चक्रवाती तूफान पश्चिम बंगाल के मौसम पर किसी भी तरह से असर नहीं डालेगा।