समाचार एई समय। गाड़ी की आगे की सीट पर प्रियम बाग और अर्घ्य मंडल बैठे थे। पीछे की सीट पर ईशिका, सौविक दास और अरिन दे बैठे थे। जैसे ही गाड़ी पानी में गिरी, चालक तैरते हुए भाग निकला। प्रियम के अनुसार, “गाड़ी तालाब में गिरते ही पानी की लहर की वजह से मैं पीछे की सीट की ओर धँस गया। पीछे की खिड़की खोलकर किसी तरह बाहर निकलकर तैरते हुए किनारे पहुंचा। अर्घ्य आगे की तरफ बैठा था। उसके सामने की खिड़की खुली होने के कारण वह बाहर निकल सका।” लेकिन ईशिका, सौविक और अरिन गाड़ी से बाहर नहीं निकल पाए।
दोपहर में उलूबेड़िया के बहिरा श्मशानतला के पास तालाब में एक स्कूल की पुल कार गिर गई। दुर्घटना में तीन बच्चों की मौत से पूरा इलाका शोक में डूबा है। ईशिका दो बहनों में बड़ी थी। सौविक और अरिन दोनों अपने माता–पिता की इकलौती संतान थे।
ईशिका के पिता अभिजीत मंडल और मां अल्पना मंडल, सौविक के पिता सुरजीत दास और मां सुनीता दास, अरिन के पिता नरेन दे और मां मनीषा दे-अपने बच्चों की इस दर्दनाक मौत के बाद स्तब्ध हैं। परिवार वाले कल्पना भी नहीं कर पा रहे हैं कि उनके बच्चे इस तरह उनसे हमेशा के लिए बिछड़ गये हैं।
स्कूल से निकलने के बाद उसी पुलकार में अर्शिता मंडल नाम की एक और छात्रा भी थी। कार कालीनगर चौराहा से बहिरा श्मशानतला की ओर गांव के रास्ते से जा रही थी। कुछ दूर जाने के बाद अर्शिता को उतार दिया गया। उसके बाद गाड़ी आगे बढ़ी। बाएं मोड़ लेने के बाद जब गाड़ी सीधी सड़क पर आई, तभी अचानक चालक ने नियंत्रण खो दिया और गाड़ी सीधे तालाब में जा गिरी।
गाड़ी को गिरते हुए देखकर अर्शिता दौड़कर अपनी मां को बुलाती है। अर्शिता की माँ मंदिरा मंडल के चिल्लाने पर स्थानीय लोग दौड़कर आते हैं। ईशिका, सौविक और अरिन को तुरंत निकालकर उलूबेड़िया सरच्चंद्र चट्टोपाध्याय मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
खबर सुनकर मंत्री पुलक राय, हावड़ा ग्रामीण क्षेत्र के पुलिस अधीक्षक सुबिमल पाल, एसडीपीओ शुभम यादव, उलूबेड़िया के एसडीओ मानस मंडल तथा ब्लॉक-1 के बीडीओ रियाजुल हक अस्पताल पहुंचे । मंत्री पुलक राय ने मृत छात्रों के परिवारों के साथ रहने का आश्वासन दिया।