दिल्ली विस्फोट के बाद हावड़ा और सियालदह रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता किया गया है। स्टेशन और ट्रेनों में विस्फोटक खोजी कुत्तों के दस्ते सक्रिय रूप से संदिग्ध वस्तुओं की जांच कर रहे हैं। इसके अलावा आरपीएफ के सशस्त्र जवानों को विभिन्न स्थानों पर तैनात किया गया है और उनकी ड्यूटी समय बढ़ा दी गई है। अधिकारी बताते हैं कि हावड़ा स्टेशन पर यात्रियों के बैग की गहन जांच की जा रही है और संदिग्ध पाए जाने पर तुरंत पूछताछ की जा रही है।
विस्फोटक खोजी कुत्तों और सशस्त्र जवानों की भूमिका
हावड़ा स्टेशन पर आरपीएफ ने दो अतिरिक्त कंपनियों को तैनात किया है ताकि स्टेशन परिसर और ट्रेनों में संदिग्ध वस्तुओं की गहन जांच सुनिश्चित की जा सके। स्टेशन परिसर और पार्किंग एरिया में प्रवेश से पहले वाहन और यात्रियों की जांच की जा रही है। किसी भी संदिग्ध वस्तु या व्यक्ति पर कड़ी निगरानी सुनिश्चित करने के लिए सख्त प्रवेश-नियंत्रण तंत्र लागू किया गया है।
कुछ दिन पहले ही रेलवे सुरक्षा बल, पूर्व रेलवे के महानिरीक्षक-सह-प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त अमिय नंदन सिन्हा ने हावड़ा स्टेशन का निरीक्षण कर वहां की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया था। स्टेशन पर जांच-निरीक्षण के दौरान हावड़ा मंडल और पूर्व रेलवे मुख्यालय के वरिष्ठ आरपीएफ अधिकारी भी मौजूद थे।
राज्य और होटल सुरक्षा में सतर्कता
गौरतलब है कि कोलकाता पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा ने उच्चस्तरीय बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य में सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। इसके तहत राज्य के होटलों में भी निगरानी बढ़ा दी गई है, ताकि किसी भी तरह की अनहोनी घटना को रोका जा सके।
विशेष अधिकारी बताते हैं कि रेलवे और पुलिस के बीच तालमेल और निगरानी प्रणाली को और मजबूत किया गया है ताकि यात्रियों की सुरक्षा और राज्य में आतंकवाद की आशंका पर त्वरित नियंत्रण रखा जा सके। हावड़ा स्टेशन पर प्रतिदिन लगभग 10 लाख यात्री आते हैं, इसलिए सुरक्षा का स्तर बढ़ाने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया गया है।