पाकिस्तान की जेल में कैद पश्चिम बंगाल के एक मछुआरे की मौत हो गई है। मृतक का नाम स्वप्न राणा है और वह पूर्व मेदिनीपुर जिले के कांथी उत्तर विधानसभा क्षेत्र के पाइकबाड़ गांव का रहने वाला था। मछुआरे की मौत की खबर से परिवार में शोक की लहर है। मृतक का पार्थिव शरीर भारत वापस लाने के लिए कार्यवाही की जा रही है।
पाइकबाड़ गांव निवासी स्वप्न राणा मछली पकड़ने के दौरान अनजाने में जल सीमा पार कर पाकिस्तान में प्रवेश कर गए थे। उन्हें पाकिस्तान की समुद्री पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। करीब दो वर्ष तक बंदी रहने के बाद अचानक उनके निधन की सूचना परिवार तक पहुंची। मछुआरे के निधन की सूचना आधिकारिक रूप से परिवार को जिला प्रशासन ने दी। जिला प्रशासन ने बताया कि सरकार के स्तर पर मछुआरे का पार्थिव शरीर भारत लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। विदेश मंत्रालय के साथ लगातार संपर्क रखा जा रहा है, ताकि यथासंभव जल्द से जल्द पार्थिव शरीर को भारत लाया जा सके।
पूर्व मेदिनीपुर जिला मछुआरा विकास समिति के अध्यक्ष अमीन सोहेल ने स्वप्न राणा के परिजनों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा है कि स्वप्न राणा हमारे मछुआरा समाज का एक सदस्य था। परिवार को अकेला नहीं छोड़ेंगे। प्रशासन के साथ समन्वय कर हर तरह की मदद करेंगे।
उन्होंने बताया कि एक जुलाई 2025 को पाकिस्तान ने विदेशी कैदियों की जो सूची भारत सरकार को भेजी, उसमें हमने स्वप्न को पहचाना। अचानक दो दिन पहले भारत सरकार ने जिलाधिकारी के माध्यम से उसके निधन की सूचना भेजी। गौरतलब है कि स्वप्न राणा रोजगार के लिए गुजरात गए हुए थे। वहां समुद्र में मछली पकड़ने के लिए गए थे। उसी दौरान समुद्र में मछली पकड़ने के दौरान वे पाक सीमा में प्रवेश कर गए थे। दो साल तक वे पाकिस्तान की जेल में कैद रहने के बाद उनकी मौत हो गयी।