एई समय, दासपुर : दुर्गा पूजा के मौके पर पहनने के लिए पिता ने नए कपड़े खरीद कर दिए थे। लेकिन वह अलमारी में धरे के धरे रह गए। किसे पता था कि दुर्गा पूजा से पहले ही घर सूना हो जाएगा। शुक्रवार को बड़े उत्साह से परिवार के दोनों बेटे गांव की नहर में नहाने गए थे। लेकिन घर लौटकर आया दोनों बेटों के पार्थिव शरीर।
लगभग 23 घंटे बाद शनिवार को दोनों बेटों का शव नहर से बरामद किया गया। यह घटना दासपुर के ज्योत्स्नाश्याम इलाके के रामजंगल गांव की बतायी जाती है।
इस घटना के बाद सत्य बेरा की पत्नी सोमा बेरा पथरा सी गयी हैं। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार संजू बेरा (15) और रंजू बेरा (8), दोनों भाई एक साथ शनिवार को गांव की नहर में नहाने गए थे। रंजू को तैरना नहीं आता था। संजू उसे तैरना सिखाने ले गया था। लेकिन पानी में उतरते ही भाई को डूबते देख संजू उसकी तरफ तैरते हुए गया।
बताया जाता है कि भाई की कमर में गमछा बांधकर वह नहर पार कर रहा था। लेकिन पानी के बहाव में संभाल नहीं पाया और दोनों डूब गए। जब काफी देर तक दोनों घर नहीं लौटे तो परिवार के लोगों ने उनकी खोजबीन शुरू की।
जब कहीं उनका पता नहीं चला तो थाने में खबर दी गई। तुरंत दासपुर थाने की पुलिस ने आपदा प्रबंधन दल को लेकर नहर में तलाशी शुरू की। लेकिन शुक्रवार की शाम को अंधेरा हो जाने के कारण तलाशी अभियान को रोक देना पड़ा। शनिवार की सुबह फिर से आपदा प्रबंधन दल ने खोजबीन शुरू की।
अंत में दोपहर को घटनास्थल से करीब एक किलोमीटर दूर दोनों भाइयों का शव बरामद किया गया। घटना के बाद से इलाके में शोक छाया हुआ है। पड़ोसियों का कहना है कि संजू तैराकी में माहिर था। लेकिन भाई रंजू को बचाने में उसने भी अपनी जान गंवा दी। दासपुर थाने की पुलिस ने इस बीच दोनों नाबालिगों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं।