एई समय : पंचमी की सुबह तक सब कुछ योजनानुसार ही चल रहा था। मां दुर्गा के बोधन (पट खोलने) के लिए तैयारियां भी चल रही थीं। पंडाल को अंतिम रूप देने के काम में हाथ बंटाने के लिए पूजा समिति के सचिव और क्लब का एक युवा सदस्य आगे आया था। लेकिन मदद के लिए बढ़ाया गया यह हाथ अनहोनी को दावत दे रहा है, यह किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था।
अचानक बिजली का झटका लगने से जहां क्लब के सदस्य की मौत हो गयी वहीं सचिव बुरी तरह से झुलस गए, जो अभी अस्पताल में इलाजरत हैं।
यह घटना पूर्व मेदिनीपुर जिले के नंदकुमार ब्लॉक के पुआदा की बतायी जाती है। 'पुआदा रौद्रछाया क्लब' पिछले लगभग 18 सालों से मां दुर्गा की पूजा करता आ रहा है। स्थानीय लोगों का दावा है कि वे 11 हजार वोल्ट के तार को एल्युमीनियम की सीढ़ी पर चढ़कर हटा रहे थे।
जिस समय यह दुर्घटना घटी। दोनों (क्लब के सचिव और सदस्य) को बिजली का जोरदार झटका लगा। तुरंत दोनों को अस्पताल ले जाया गया। लेकिन तब तक एक व्यक्ति की मौत हो गयी, जबकि दूसरे का इलाज चल रहा है।
दुर्घटना के बाद क्लब की ओर से इस साल पूजा बंद रखने का फैसला लिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार शनिवार, 27 सितंबर को पंचमी के दिन दोपहर में पूजा कमेटी के सचिव दिलीप सामंत (46) और क्लब के एक अन्य सदस्य सुखदेव दास (33) पूजा पंडाल के सामने मौजूद एक तार को हटाने के लिए एल्युमीनियम की सीढ़ी पर चढ़े थे। उसी समय करंट का जोरदार झटका लगने के बाद वह छिटक कर गिर पड़े। गंभीर रूप से घायल अवस्था में उन्हें पहले ब्यवत्तार हाट क्षेत्र के एक स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया।
जहां उनकी शारीरिक स्थिति बिगड़ने पर उन्हें तमलुक के निमतौड़ी में एक नर्सिंग होम ले जाया गया। वहां चिकित्सकों ने सुखदेव को मृत घोषित कर दिया। क्लब के सचिव दिलीप सामंत अभी भी इलाजरत हैं।
क्लब के एक अन्य सदस्य दयामय दास ने कहा कहा कि शनिवार की घटना से हम शोकाकुल हैं। इसलिए इस साल हम पूजा बंद रखने को मजबूर हो रहे हैं।