लखनऊः 'आई लव मोहम्मद' लिखे पोस्टर और प्लेकार्ड लगाने को लेकर बरेली के स्थानीय निवासियों और पुलिस के बीच व्यापक संघर्ष हुआ। घटना में उकसावे का आरोप लगाते हुए शनिवार को एक मुस्लिम धर्मगुरु तौकीर रजा खान को पुलिस ने गिरफ्तार किया। उसकी गिरफ्तारी के चेतावनी के लहजे में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'सत्ता में कौन है, जानते हैं? वो मौलवी शायद भूल गए थे।'
योगी ने इस दिन 'विकसित यूपी' कार्यक्रम से हिंसा फैलानी वाली गतिविधियों पर रोका का कड़ा संदेश दिया। तौकीर रजा खान इत्तेहाद-ए-मिलाद काउंसिल के प्रमुख हैं। योगी ने अपने संदेश में नाम लिये बिना तौकीर को ही निशाना बनाया।
योगी ने कहा, 'कल एक मौलाना भूल गए थे कि सत्ता में कौन है। सोचा था कि किसी भी समय सिस्टम रोक देंगे। साफ बता रहा हूं, कोई सड़क बंद नहीं होगी। कर्फ्यू लागू नहीं करेंगे। जो दंड दिया जा रहा है, भविष्य की पीढ़ी दंगा करने की सोच तक नहीं सकेगी।'
पिछले 4 सितंबर को मिलाद-उन-नबी के अवसर पर 'आई लव मोहम्मद' लिखे पोस्टर और बैनर लगाने को लेकर इस विवाद की शुरुआत हुई थी। उस घटना के बाद कानपुर पुलिस ने कई लोगों के नाम पर और कुछ अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ FIR दर्ज की थी। इसके बाद लखनऊ और भोपाल सहित भारत के कई शहरों में यह विरोध फैल गया।
इसके बाद शुक्रवार को फिर से उत्तर प्रदेश के बरेली में तनाव फैल गया। नमाज के बाद 'आई लव मोहम्मद' प्लेकार्ड लेकर आला हजरत दरगाह और इत्तेहाद-ए-मिलाद काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान के घर के बाहर प्रदर्शनकारी जमा हुए थे। आरोप है कि वहां कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। इसके बाद पुलिस ने व्यापक लाठीचार्ज किया।