आठ फुट लंबा मगरमच्छ। वजन लगभग 80 किलो। हयात ख़ान उस मगरमच्छ को इस तरह लेकर चलता दिखा, जैसे कंधे पर तौलिया लटका रखा हो। आंखों और चेहरे पर डर का कोई संकेत नहीं है। ऐसा लगता है जैसे यह उनके लिए खेल-खेल में करना आम बात हो।
राजस्थान के कोटा का बंजारी गांव में ऐसी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। घटना देखकर सभी लोग हैरान हैं। कुछ लोग कह रहे हैं, 'क्या साहस!'
क्या हुआ ?
बंजारी गांव के लतूर लाल के घर के सामने एक बड़ी तालाब है। वहाँ कई मगरमच्छ रहते हैं। शुक्रवार रात लगभग दस बजे पूरे परिवार के साथ लतूरा परिवार आँगन में बैठकर बातें कर रहा था। उसी समय तालाब से छोटे कदमों वाला एक मगरमच्छ घर में घुस गया।
अंधेरे में पहले पकड़ नहीं पाए लेकिन जब उन्होंने देखा कि एक असली मगरमच्छ है, तो अफरा-तफरी मच गई। डर के मारे सभी भागने लगे। खबर हयात खान को दी गई। वह वन्यजीव रक्षक के रूप में जाने जाते हैं। खबर पाते ही हयात अपने दो सहकर्मियों के साथ दौड़ते हुए आए। जैसे बहुत ही आम बात हो, वह कहते हैं, 'सबसे पहले मगरमच्छ को पकड़कर उसका मुंह बांध देते हैं। उसके बाद उसकी पूंछ पकड़कर आगे और पीछे के पैर बांधते हैं। बस।'
उसके बाद हायात ने मगरमच्छ को कंधे पर उठाकर चलते-चलते एक गाड़ी में रखा। बाद में उन्होंने बताया कि उन्होंने मगरमच्छ को चंबल नदी में छोड़ दिया। हायात ने कहा, 'ऐसा अक्सर होता है। हम इसे पकड़कर फिर नदी में छोड़ देते हैं।'
फिर भी, गांव के लोग अभी भी डर का सामना कर रहे हैं। उनका दावा है कि मगरमच्छों की संख्या बढ़ गई है। कई लोगों के घर में यह बीच-बीच में घुस आता है। उन्होंने कहा, 'दैनिक कामकाज में बड़ी समस्या हो रही है। इसके लिए कोई व्यवस्था चाहिए।'