स्कूल जाकर दिन के बाद दिन उत्पीड़न का शिकार होती थी नन्ही बच्ची। इस विषय पर बच्ची के माता-पिता बार-बार स्कूल प्रशासन को सूचित कर चुके थे। फिर भी कथित तौर पर स्कूल ने गंभीरता नहीं दिखाई। अंततः बच्ची से और सहन नहीं हुआ। एक नवंबर को बच्ची स्कूल गई थी। इसके बाद स्कूल की पांचवीं मंजिल से कूद गई। घटनास्थल पर ही 9 साल की उस छात्रा की मौत हो गयी। मृत छात्रा के माता-पिता का आरोप है कि स्कूल के सहपाठियों का एक हिस्सा बार-बार उनकी बेटी को परेशान करता था, अपशब्द भी कहते थे। बार-बार स्कूल प्रशासन, क्लास टीचर, प्रिंसिपल को बताया गया था। फिर भी स्कूल ने कोई कदम नहीं उठाया गया। घटना राजस्थान के जयपुर के नीरजा मोदी स्कूल की है।
पिता विजय मीणा और मां शिवानी मीणा का आरोप है कि यह उत्पीड़न लंबे समय से हो रहा था। करीब एक साल पहले उनकी बेटी ने बताया था कि वह स्कूल नहीं जाना चाहती...उसे स्कूल न भेजा जाए। उस बात को उसकी मां ने व्हाट्सऐप पर रिकॉर्ड भी किया था। वह रिकॉर्डिंग क्लास टीचर को भेजी गई थी। वह कहती हैं कि पिछले एक साल से बार-बार क्लास टीचर, क्लास कोऑर्डिनेटर से बात की है लेकिन उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया। इसके बाद चालू साल के 1 नवंबर को वह बच्ची स्कूल जाकर पांचवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। माता-पिता का आरोप है कि केवल उत्पीड़न ही नहीं, उसके साथ 'यौन संबंधी' अपशब्द भी कहे जाते थे उनकी बेटी को।
पिता विजय मीणा का दावा है कि इस विषय को एक बार एक अभिभावक टीचर मीटिंग में यह बात भी उठायी थी। वह कहते हैं कि मुझसे शिक्षक ने कहा कि यह को-एड स्कूल है। मेरी बेटी को सभी बच्चों के साथ बात करना सीखना होगा। लड़कों के साथ भी बात करनी होगी। मैंने उनसे कहा था कि अगर मेरी बेटी किसी लड़के से बात नहीं करती तो यह बिल्कुल उसका फैसला है।
बच्ची के खुदकशी की घटना के बाद क्लासरूम की सीसीटीवी फुटेज की जांच की गयी। वहां देखा गया है कि घटना से पहले वह छात्रा दो बार शिक्षक के पास गई थी लेकिन क्या बात हुई थी यह समझ नहीं आ रहा। सीबीएसई की गाइड लाइन के अनुसार क्लासरूम की रिकॉर्डिंग में ऑडियो रिकॉर्डिंग होना भी अनिवार्य है। फिर भी फुटेज में कोई आवाज सुनाई नहीं दे रही।
इस विषय पर मुंह खोला है उस छात्रा के करीबी रिश्तेदार साहिल ने। उनका आरोप है कि हम स्कूल से जवाब चाहते हैं। उस स्कूल में 6 मंजिला इमारत है। 5000 बच्चे पढ़ते हैं। कोई ग्रिल या सेफ्टी नेट के बिना कैसे वह फ्लोर बनाया गया ? सीसीटीवी में ऑडियो क्यों नहीं है ? 15 दिन की सीसीटीवी फुटेज रखना जरूरी है। जयपुर का इतना बड़ा स्कूल, इतनी फीस लेता है। स्कूल प्रबंधन की क्या कोई जिम्मेदारी नहीं है ?'
पुलिस ने घटना की जांच शुरू की है। जयपुर पुलिस की ओर से बताया गया है कि मृत छात्रा के माता-पिता का बयान लिया गया है। सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। माता-पिता का बयान रिकॉर्ड किया जाएगा, ऐसा स्थानीय डिस्ट्रिक्ट एजुकेशन ऑफिसर ने भी बताया है। पूरे मामले पर स्कूल प्रशासन ने कोई बयान नहीं दिया है।