राजस्थान के सीकर के अनिरूद्ध रेजीडेंसी में एक मां ने पहले अपने चार बच्चों को जहर दिया फिर खुद भी खा लिया। नतीजन, घटना सिहरा देने वाला निकला। सभी पांचों की मौत हो गई।
11 दिन पुरानी इस घटना का पता शनिवार रात को उस समय चला जब रेजीडेंसी में भंयकर दुर्गंध फैल गई। आस-पास के लोग व रेजीडेंसी पदाधिकारियों को रेजीडेन्सी के द्वितीय मंजिल पर किरण देवी उर्फ पिंकी चौधरी के वन बीएचके फ्लैट नम्बर एसडब्ल्यू ए-210 से बदबू का संदेह हुआ, तो पुलिस को सूचना दी गई। दरवाजा तोड़कर जब पुलिसवाले अंदर घुसे तो दृश्य सिहरा देने वाला था। एक महिला और उसके चार बच्चे मृत पड़े थे। शव फूलकर सड़ गए थे।
महिला किरण उर्फ पिंकी व दो छोटे बच्चों आयु व अवनीश के शव बेड पर थे। जबकि सुमित व स्नेहा के शव बेड के नीचे फर्श पर पड़े थे। पांचों शवों के चेहरे, हाथ-पैर काले पड़ चुके थे और शव फूल गए थे। शवों से पानी निकल कर गद्दों व फर्श पर फैलकर जम चुका था व फ्लैट से काफी दुर्गंध आ रही थी और कूलर चल रहा था।
मौके पर पहुंचे एसपी प्रचीन नायक नूनावत, एएसपी गजेंद्रसिंह जोधा, सीओ धोद सुरेश शर्मा ने मौका मुआयना किया। पुलिस ने शवों को पैक कर बाहर निकाला।कमरे से विषाक्त पदार्थ के 10 पैकेट मिले हैं, जिनमें से आठ के खाली रैपर, शराब व बीयर की बोतल मिली हैं।
गूंथा हुआ आटा भी मिला है, जिसे पुलिस ने जब्त किया है। ऐसे में संभावना है कि महिला ने आटे में विषाक्त मिलाकर सबको खिलाया और बाद में खुद ने भी खा लिया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि किरण की सगाई हो चुकी है, जिसके बाद उसने मूंडवाड़ा गांव के ही नेमीचंद बाजिया से भागकर प्रेम विवाह किया था। दोनों के एक बेटा सुमित बाजिया और बेटी स्नेहा थी। 2019 में वह नेमीचंद से अलग रहने लगीं। इसके बाद वह शैलेष झाझड़िया निवासी पिपली, झुंझुनूं के साथ रहने लगी थी। दोनों के दो बेटे आयु और अवनीश थे
पुलिस सूत्रों व स्थानीय निवासियों का कहना है कि महिला का बेटा सुमित बाजिया 12वीं कक्षा पास कर चुका था लेकिन इन दिनों बच्चे स्कूल नहीं जा रहे थे।
सूत्रों का कहना है कि मृतका किरण आर्थिक रूप से काफी परेशान रहने लगी थी, संभवतः जिसके चलते उसने यह कदम उठाया होगा। हालांकि पर में फ्रीज, कूलर, वॉशिंग मशीन, साउंड सिस्टम सहित सभी जरूरी चीजें थीं। बच्चों के साथ एकाकी जीवन जी किरण व उसके बच्चों के सुसाइट का 11 दिन तक किसी को पता नहीं चला।
रेजिडेंसी के स्थानीय लोगों व महिलाओं ने बताया कि किरण को उन्होंने आखिरी बार एक अक्टूबर को बेटे के साथ मोटरसाइकिल पर जाते हुए देखा था। वह अपने चैनल सीकर आली पिंकी पर अलग-अलग वीडियो व शॉर्ट रील्स बनाकर डालती थी। पिंकी सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर और यू-ट्यूबर थी। वह हमेशा वीडियो में हंसती खिलखिलाती रहती थी। कोई सोच भी नहीं सकता था कि वह इतना बड़ा कदम उठा लेगी।
पुलिस ने फ्लैट को सील कर दिया है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के सटीक कारणों का खुलासा हो पाएगा। पुलिस अब परिवार, रिश्तेदारों और पड़ोसियों से पूछताछ कर रही है। घटना स्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस ने बताया कि मौके पर एफएसएल टीम व एमओबी टीम को बुलाकर घटना स्थल का निरीक्षण करवाया। घटना स्थल की कार्रवाई कर मृतकों के शवों को श्री कल्याण अस्पताल सीकर के मुर्दाघर में रखवाया गया है। मृतका किरण उर्फ पिंकी के परिजनों को सूचित किया गया है। मृतकों के परिजनों के आने पर शवों पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। पीहरवालों व नेमीचंद ने सदर थाना पुलिस को शव लेने से मना कर दिया है।