पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में करारी हार झेलने के बाद RJD ने अपनी पहली बड़ी समीक्षा बैठक की। इस बैठक में पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए तेजस्वी यादव को RJD विधायक दल का नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नियुक्त कर दिया।
गौरतलब है कि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की मान्यता के लिए किसी दल के पास कम से कम 10% सीटें-यानी 25 सीटें होना जरूरी है। हालिया चुनाव में RJD ने ठीक 25 सीटें जीतीं जिससे यह पद उसे स्वाभाविक रूप से मिलता है।
चार घंटे चली बैठक, सर्वसम्मति से चुने गए तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव के आवास पर हुई समीक्षा बैठक में लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती, जगदानंद सिंह, मंगनीराम मंडल और RJD के सभी प्रत्याशी, जीतने वाले और हारने वाले दोनों उपस्थित रहे। बैठक में पार्टी के खराब प्रदर्शन पर व्यापक चर्चा हुई और हर विधानसभा से फीडबैक लिया गया।
बैठक में वरिष्ठ नेताओं ने तेजस्वी यादव पर भरोसा जताते हुए उन्हें सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना। समीक्षा बैठक के दौरान ही RJD सुप्रीमो ने यह स्पष्ट कर दिया कि तेजस्वी यादव विधानसभा में LOP का दायित्व संभालेंगे। पार्टी में इस निर्णय को लेकर किसी भी प्रकार का मतभेद नहीं दिखा। लालू यादव ने कहा:“तेजस्वी ने पार्टी को आगे बढ़ाया है, आगे भी RJD के बड़े फैसले वही लेंगे।” उनके इस बयान ने साफ कर दिया कि आगे भी RJD की कमान तेजस्वी के ही हाथों में होगी।
रोहिणी आचार्य विवाद—"घर का मामला", बोले लालू
एक सवाल के जवाब में लालू यादव ने कहा: रोहिणी का मामला हमारे परिवार का है। हर घर में ऐसी बातें होती हैं। हम इसे घर के अंदर ही सुलझाएँगे।” लालू के इस बयान ने विवाद पर चर्चा को शांत करने का प्रयास किया। JDU छोड़कर RJD में चुनाव से ठीक पहले आए पूर्व विधायक डॉ. संजीव कुमार ने भी चुनाव परिणामों पर सवाल उठाए और खराब प्रदर्शन पर अपना पक्ष रखा।
तेजस्वी ने कहा-हार से सीखकर नया सफर शुरू होगा
चार घंटे की बैठक में तेजस्वी यादव ने सभी नेताओं से बातचीत कर हार के कारणों पर उनका फीडबैक लिया। उन्होंने कहा कि पार्टी संगठन को मजबूत करने और जनता से जुड़ाव बढ़ाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। हार से सीखकर पार्टी नया सफर शुरू करेगी।
चुनावी हार के बाद RJD का बड़ा रीसेट-फिर से तेजस्वी पर भरोसा
चुनावों में निराशाजनक प्रदर्शन के बावजूद RJD ने स्पष्ट कर दिया है कि पार्टी का भविष्य तेजस्वी यादव ही तय करेंगे। LOP के रूप में उनकी नियुक्ति न केवल राजनीतिक आवश्यकता है बल्कि RJD की रणनीतिक दिशा का भी संकेत है।