पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में हाल ही में बनाए गए नए विभागों के पोर्टफोलियो का आवंटन कर दिया है और नागरिक उड्डयन विभाग अपने पास रखा है। इस संबंध में 12 दिसंबर को एक आधिकारिक अधिसूचना जारी की गई।
राज्य मंत्रिमंडल ने 9 दिसंबर को तीन नए विभागों-युवा, रोजगार एवं कौशल विकास विभाग, उच्च शिक्षा विभाग और नागरिक उड्डयन विभाग के गठन को मंजूरी दी थी। इसके साथ ही तीन मौजूदा विभागों के नाम भी बदले गए। पशुपालन एवं मत्स्य संसाधन विभाग का नाम बदलकर डेयरी, मत्स्य एवं पशु संसाधन विभाग, श्रम संसाधन विभाग का नाम श्रम संसाधन एवं प्रवासी श्रमिक कल्याण विभाग और कला, संस्कृति एवं युवा विभाग का नाम कला एवं संस्कृति विभाग कर दिया गया है।
अधिसूचना के अनुसार, युवा, रोजगार एवं कौशल विकास विभाग का प्रभार संजय सिंह ‘टाइगर’ को दिया गया है, जिनके पास पहले से ही श्रम संसाधन एवं प्रवासी श्रमिक कल्याण विभाग है। पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार को नवगठित उच्च शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जबकि नागरिक उड्डयन विभाग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास रहेगा।
मुख्यमंत्री ने हाल ही में X पर पोस्ट कर बताया था कि राज्य सरकार ने अगले पांच वर्षों यानी 2025 से 2030 के बीच एक करोड़ युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए अधिक से अधिक युवाओं को कौशल विकास से जोड़ना जरूरी है, इसी उद्देश्य से तीन नए विभाग बनाए गए हैं।
उच्च शिक्षा विभाग के गठन के पीछे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार, शोध और नवाचार को बढ़ावा देने का लक्ष्य रखा गया है। इसके साथ ही तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा का विस्तार करना और समाज के सभी वर्गों के युवाओं को गुणवत्तापूर्ण, रोजगारोन्मुख शिक्षा उपलब्ध कराना लक्ष्य है। वहीं, नागरिक उड्डयन विभाग के जरिए राज्य में बन रहे नए हवाई अड्डों और उड़ान योजना के तहत प्रस्तावित परियोजनाओं को गति मिलेगी। इससे औद्योगिक वातावरण बेहतर होगा, रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और राज्य में निर्मित उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा मिलेगा।