बिहार में एनडीए की ऐतिहासिक जीत के बाद नई सरकार के गठन की प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुंच गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 20 नवंबर 2025 को पटना के गांधी मैदान में दसवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। यह समारोह सिर्फ राजनीतिक कार्यक्रम नहीं बल्कि एनडीए का एक बड़ा शक्ति प्रदर्शन माना जा रहा है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, धर्मेंद्र प्रधान और कई एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होंगे।
गांधी मैदान बनेगा शपथ स्थल, आम जनता के लिए 17 से 20 नवंबर तक बंद
शपथ ग्रहण की भव्य तैयारी को देखते हुए पटना के गांधी मैदान को 17 से 20 नवंबर तक आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया है। सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं और पूरे परिसर को वीवीआईपी जोन में तब्दील किया जा रहा है। आज कैबिनेट की अंतिम बैठक के बाद नीतीश कुमार राज्यपाल को इस्तीफा सौंपेंगे। इसके बाद एनडीए के घटक दल-जेडीयू, बीजेपी, LJP(R), HAM और RLM-अपने-अपने विधायकों की बैठक कर नेता चुनेंगे जिसके बाद औपचारिक रूप से सरकार गठन का दावा पेश किया जाएगा।
36 सदस्यों का होगा नया मंत्रिमंडल
सूत्रों के अनुसार, नई सरकार में कुल 36 मंत्री शपथ ले सकते हैं। मंत्रिमंडल का फॉर्मूला तय हो चुका है—
जेडीयू: 16 मंत्री, बीजेपी: 16 मंत्री, एलजेपी (रामविलास): 2 मंत्री, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा: 1 मंत्री, राष्ट्रीय लोक मोर्चा: 1 मंत्री।
कौन बन सकते हैं नए मंत्री?
सूत्रों के मुताबिक संभावित मंत्रियों की सूची इस प्रकार है—
बीजेपी: सम्राट चौधरी, रामकृपाल यादव, नितिन नवीन, मंगल पांडे, हरि सहनी, विजय सिन्हा
जेडीयू: विजय चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव, श्रवण कुमार, अशोक चौधरी, लेशी सिंह, मदन सहनी, जयंत राज, सुनील कुमार
लोजपा(रामविलास): राजू तिवारी, संजय पासवान, राजीव रंजन सिंह (चर्चा में)
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा: जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन
राष्ट्रीय लोक मोर्चा: उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी स्नेहलता कुशवाहा
एनडीए की बड़ी जीत—जानिए किसके कितने विधायक
243 सीटों वाले बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए ने 200+ सीटों के विशाल बहुमत के साथ सत्ता में वापसी की।
बीजेपी: 89, जेडीयू: 85, लोजपा (रामविलास): 19, हम: 5, रालोमो: 4
शपथ ग्रहण बनेगा पावर शो
20 नवंबर का कार्यक्रम एनडीए के लिए एक राजनीतिक संदेश भी होगा। मंच पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ एनडीए के सभी शीर्ष नेता मौजूद रहेंगे जिससे केंद्र और राज्य दोनों स्तर पर गठबंधन की मजबूती का प्रदर्शन किया जाएगा। भाजपा और NDA शासित राज्यों के सभी मुख्यमंत्रियों के साथ-साथ NDA गठबंधन के शीर्ष राष्ट्रीय नेताओं को भी निमंत्रण भेजा जा रहा है। केंद्र से लेकर राज्यों तक की शीर्ष राजनीतिक उपस्थिति के कारण, सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट मोड पर रखा गया है ताकि यह कार्यक्रम सुरक्षित और सुचारू रूप से संपन्न हो सके।
बिहार की नई सरकार पूरी तरह तैयार है और अब सभी की नजर 20 नवंबर को होने वाले इस ऐतिहासिक शपथ ग्रहण पर टिकी है।