नयी दिल्लीः संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार को शुरू हुआ और इसके 19 दिसंबर तक चलने की संभावना है। मंगलवार को जैसे ही कार्यवाही शुरू हुई, लोकसभा को 12 बजे तक स्थगित करना पड़ा। शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन SIR पर चर्चा की मांग को लेकर दोनों सदनों में विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया। संसद भवन और परिसर में नारेबाज़ी होती रही।
कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस की नेता सोनिया गांधी, सांसद राहुल गांधी, तृणमूल सांसद ममताबाला ठाकुर, बापी हालदार, डीएमके सांसद कनिमोझी सहित ‘इंडिया’ गठबंधन के नेता लोकसभा के बाहर प्लेकार्ड लेकर नारे लगाने लगे-'वोट चोर, गद्दी छोड़!’ साथ ही नारा लगा-‘We want justice!’ राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ‘SIR पर तुरंत चर्चा कराई जानी चाहिए।’ विपक्ष के विरोध के चलते लोकसभा को दोपहर 12 बजे तक स्थगित करना पड़ा।
उधर, विपक्ष के इस प्रदर्शन पर राज्यसभा में संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि जनता विपक्षी दलों पर विश्वास नहीं करती, इसलिए वे बार-बार चुनाव हारते हैं। चुनाव हारने के बाद वे अपनी नाराज़गी और क्रोध संसद में निकालते हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष SIR पर चर्चा चाहता है, हम तैयार हैं, लेकिन संसद अपने नियमों के अनुसार चलती है। अभी कह देने से चर्चा तुरंत नहीं हो सकती।
मतदाता सूची के विशेष गहन संशोधन (SIR) मुद्दे पर सोमवार से ही माहौल गरम है। सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष को कड़े शब्दों में संदेश दिया था-'ड्रामा करने के लिए बहुत जगहें हैं, वहीं जाइए। संसद ड्रामा करने की जगह नहीं है। यह काम करने की जगह है। चुनाव हार गए तो संसद में हंगामा करेंगे, यह नहीं चलेगा।’
इसका जवाब देते हुए तृणमूल के नेताओं से लेकर कांग्रेस की प्रियंका गांधी तक ने पूछा-'क्या जनता की समस्याएँ उठाना ड्रामा है? या फिर मोदी सरकार चर्चा से बचना चाहती है?’ मंगलवार को भी विपक्ष SIR पर चर्चा की मांग को लेकर एकजुट होकर विरोध करता रहा।