वेलिंगटन: एक चोर ने 19 हज़ार डॉलर की फ़ैबरजे लिमिटेड एडिशन का पेंडेंट निगल लिया है। न्यूज़ीलैंड पुलिस बुरी तरह उलझन में है कि तलाशी ले भी तो कैसे! पुलिसकर्मी मजबूरन ‘प्रकृति की पुकार’ यानी उसके पेट से उसे स्वाभाविक रूप से बाहर निकलने का इंतज़ार कर रहे हैं। यह कोई आम गहना नहीं। इस डिम्बनुमा पेंडेंट के भीतर 18 कैरेट सोने का छोटा-सा ऑक्टोपस है। पेंडेंट में 60 सफ़ेद हीरे और 15 नीलम जड़े हैं। काले हीरे से जड़ा मिनिएचर ऑक्टोपस अपने शूड़ों पर सफ़ेद हीरे धारण किए हुए है।
जेम्स बॉन्ड की 1983 की फ़िल्म ‘ऑक्टोपुसी’ से प्रेरित होकर यह कीमती ‘ऑक्टोपुसी एग’ बनाया गया था। इस समय वह हरा अंडा चोर के पेट में ही सुरक्षित है। सूत्रों के अनुसार 28 नवंबर को ऑकलैंड के एक ज्वेलरी शोरूम से यह पेंडेंट चोरी होने के आरोप में 32 वर्षीय युवक को न्यूज़ीलैंड पुलिस ने गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि घटना के कुछ ही मिनटों में उसे दुकान के भीतर से पकड़ लिया गया और तुरंत चिकित्सकीय परीक्षण के लिए ले जाया गया। इंस्पेक्टर ग्रे एंडरसन ने कहा कि चिकित्सा उपचार के दौरान ही उसे गिरफ्तार किया गया।
29 नवंबर को जब उसे ऑकलैंड जिला अदालत में पेश किया गया तो उसने चोरी के मामले में ज़मानत की कोई अर्जी नहीं दी। लेकिन अभी तक वह ‘हरा अंडा’ चोर के पेट में ही मौजूद है और वहीं ‘सुरक्षित’ है! 1897 में महारानी अलेक्ज़ेंड्रा फियोदोरॉवना के लिए सम्राट निकोलस द्वितीय ने ‘इम्पीरियल ईस्टर एग’ या ‘कोरोनेशन एग’ बनवाया था। बाद में 1983 की फ़िल्म ऑक्टोपुसी में फ़ैबरजे के बनाए नक़ली ‘ईस्टर एग’ का उपयोग जेम्स बॉन्ड ने आभूषण तस्करी के दृश्य में किया था। उसी से प्रेरणा लेकर यह हरा अंडा तैयार किया गया।
लेकिन यह अंडा तो पचाया नहीं जा सकता। फिलहाल यही उपाय है कि इंतज़ार किया जाए कि कब चोर यह ‘अंडा’ बाहर निकालता है! क्या जुलाब काम नहीं आया? यह स्पष्ट नहीं है।