नयी दिल्लीः रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के दो दिन के भारत दौरे पर अंतरराष्ट्रीय जगत की नज़रें टिकी हुई हैं। रूस–यूक्रेन युद्ध के मुद्दे पर दिल्ली की क्या स्थिति रहने वाली है, इसे लेकर भी सवाल उठ रहे थे। इसी पृष्ठभूमि में साउथ ब्लॉक ने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है। सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को बताया है कि भारत निष्पक्ष नहीं है, बल्कि शांति के पक्ष में है।
अर्थात् साल की शुरुआत में रूस–यूक्रेन युद्ध को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के समक्ष जो रुख मोदी ने रखा था, पुतिन के भारत दौरे के दौरान भी वे उसी पर कायम रहे। उल्लेखनीय है कि युद्ध शुरू होने के शुरुआती समय से ही दिल्ली यह कहती आई है कि भारत शांति के पक्ष में है। मोदी ने पुतिन से कहा, 'भारत निष्पक्ष नहीं है। भारत शांति के पक्ष में है। हाल के समय में जो प्रयास किए गए हैं, उनसे मुझे विश्वास है कि दुनिया फिर से शांति का मार्ग खोज लेगी।’
ग़ौरतलब है कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को लगभग चार वर्ष हो चुके हैं। इस युद्ध को रोकने के लिए ट्रम्प ने कई प्रयास किए थे। सूत्रों के अनुसार, पुतिन के भारत दौरे से पहले यूरोपीय देशों ने भारत से आग्रह किया था कि बैठक के दौरान मोदी चाहे नरम तरीके से ही सही, लेकिन पुतिन पर यूक्रेन युद्ध रोकने का दबाव डालें।
हालांकि भारत आने से पहले पुतिन ने यूक्रेन युद्ध के संदर्भ में कहा था-'भारत–रूस की दोस्ती बहुत पुरानी है। यह यूक्रेन युद्ध से भी बहुत पहले की है। इसमें कोई दरार नहीं आई है।’ इसीलिए दुनिया की निगाहें इस मुद्दे पर भारत की स्थिति देखने के लिए उत्सुक थीं। इस पृष्ठभूमि में प्रधानमंत्री मोदी का यह संदेश अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण माना जा रहा है।