पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस के मौके पर ग्वालियर में आयोजित सिंगर कैलाश खेर के कॉन्सर्ट में अफरा-तफरी मच गयी। भीड़ इतनी बेकाबू हो गयी कि गायक को बीच कॉन्सर्ट में अपनी परफॉर्मेंस तक रोक देनी पड़ी। दर्शक बैरिकेड फांदकर मंच के करीब पहुंचने की कोशिश करने लगे। इस वजह से कैलाश खेल काफी नाराज हो गए और गुस्से में उन्होंने भीड़ की तुलना जानवरों तक से कर दी। क्या है पूरा माजरा? नाराज कैलाश खेर ने आखिर क्या कहा?
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिवस के मौके पर मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में कैलाश खेर से कुछ समय पहले ही मंच से गृह मंत्री अमित शाह ने उपस्थित लोगों को संबोधित भी किया था। लेकिन जैसे ही कैलाश खेर का परफॉर्मेंस शुरू हुआ वहां पूरी तरह से अफरा-तफरी मच गयी।
सिंगर अपने कुछ लोकप्रिय गाने ही गा रहे थे। इस बीच लोग मंच के करीब जाने की कोशिश करने लगे। कुछ लोग तो पुलिस की बैरिकेड तक फांदकर जाने का प्रयास करने लगे। हालांकि वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मंच के पास आकर स्थिति को संभालने की अपील करने लगे लेकिन भीड़ इसके बावजूद काबू में नहीं आ सकी। आखिरकार सुरक्षा की उचित व्यवस्था न देखकर सिंगर को बीच में ही अपना कॉन्सर्ट रोक देना पड़ा और वह मंच छोड़कर चले गए।
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कैलाश खेर ने क्या कहा?
भीड़ को अनियंत्रित होती देख कैलाश खेर ने बीच में अपना कॉन्सर्ट रोक दिया और भीड़ को काबू में लाने की कोशिश करते दिखाई दिए। इस दौरान कैलाश खेर लगातार माइक पर कहते सुनाई दिये, 'अगर कोई हमारे या उपकरणों के पास आया तो हमें तुरंत कार्यक्रम बंद कर देना पड़ेगा। हमने अब तक आपकी बहुत सराहना की थी लेकिन इस समय जानवरों जैसा व्यवहार कर रहे हैं।'
गौरतलब है कि इससे पहले भी कैलाश खेर के कॉन्सर्ट के दौरान उनकी सुरक्षा में चुक का मामला सामने आ चुका है। जनसत्ता की मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक इसी साल कर्नाटक में उनके एक शो के दौरान दर्शकों ने उन पर बोतलें फेंकी थी। यह उनकी सुरक्षा में बड़ी चूक को दर्शाता है। हालांकि सिंगर को उस समय कोई चोट नहीं आयी थी और उन्होंने अपना कॉन्सर्ट जारी रखा था।
इसके अलावा पिछले साल नवंबर में राजस्थान के अजमेर में पुष्कर मेले के दौरान भी कैलाश खेर के कॉन्सर्ट के दौरान काफी हंगामा मच गया था। उस समय आम लोगों ने स्थानीय पुलिस पर आरोप लगाया था कि कैलाश खेर व उनके परिवार को स्पेशल ट्रिटमेंट दिया गया लेकिन आम जनता के साथ एंट्री के दौरान धक्का-मुक्की और बदसलूकी की गयी।