राजनीतिक दलों की चुनाव आयोग के साथ पटना में कल अहम बैठक, जानिये किस मुद्दे पर होगी चर्चा?

इस बैठक में मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और राजनीतिक पार्टियां होंगी शामिल। बैठक में तीन मुख्य पार्टियों को नहीं मिला निमंत्रण।

By Shweta Singh

Oct 03, 2025 20:05 IST

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के चलते भारत निर्वाचन आयोग (ECI) के साथ विभिन्न राजनीतिक दलों की बैठक शनिवार को आयोजित की जाएगी। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से जारी पत्र के अनुसार यह बैठक पटना के होटल ताज में सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक होगी। लेकिन इस बैठक में तीन मुख्य पार्टियों के नाम शामिल नहीं हैं। अब इस बात पर भी बवाल होगा।

इस बैठक में जिन पार्टियों के नाम नहीं हैं। उनमें मुकेश सहनी की पार्टी 'वीआईपी' (विकासशील इंसान पार्टी), उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी 'आरएलएम' (राष्ट्रीय लोक मोर्चा) और जीतन राम मांझी की पार्टी 'हम' (हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा) शामिल हैं। सत्ता पर काबिज होने के लिए बिहार की राजनीति में चुनावी सरगर्मियां तेज हो गयी हैं। 243 सदस्यीय विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो रहा है। इसी बीच चुनाव आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार खुद 4 अक्टूबर को पटना पहुंचेंगे।

चुनाव को लेकर बैठकों का दौर शुरू

बिहार विधानसभा चुनाव की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जदयू और एनडीए की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए बैठकों का सिलसिला तेज कर दिया है। कांग्रेस और आरजेडी के शीर्ष नेता भी बिहार में अपनी पार्टी नेताओं के साथ बैठकें कर रहे हैं।

हर पार्टी के तीन प्रतिनिधि शामिल होंगे

इस अहम बैठक की अध्यक्षता मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार करेंगे। इसमें मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। आयोग ने प्रत्येक दल से अधिकतम तीन प्रतिनिधियों को भेजने की अनुमति दी है।

पार्टियों से सुझाव लिये जायेंगे

पत्र में बताया गया है कि बैठक में चुनाव प्रक्रिया से जुड़ी तैयारियों पर चर्चा की जाएगी। आयोग राजनीतिक दलों से सुझाव भी लेगा। चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों से अनुरोध किया है कि वे अपने प्रतिनिधियों की उपस्थिति सुनिश्चित करें और इसकी जानकारी मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को उपलब्ध करा दें।

मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार खुद सभी दलों के प्रतिनिधियों से बातचीत करेंगे। यह बैठक केवल औपचारिकता भर नहीं है। यह बिहार के त्रिकोणीय चुनावी समर का एक महत्वपूर्ण मोड़ है। चुनाव आयोग की यह यात्रा आमतौर पर चुनाव तिथियों की घोषणा से ठीक पहले होती है। ऐसे में विशेषज्ञों का मानना है कि 5 अक्टूबर के बाद ही आधिकारिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मतदान की तारीखों और चरणों की घोषणा की जा सकती है।

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