जेसीबी मशीन खरीदने में मदद के बहाने दोस्त की धोखाधड़ी का शिकार, लाखों रुपये गंवा बैठे

पुलिस ने अरशद की तलाश शुरू कर दी है।

By Rinika Roy Chowdhury, Posted by: Shweta Singh

Oct 04, 2025 11:05 IST

सस्ती जेसीबी मशीन खरीदने के चक्कर में एक व्यक्ति अपने दोस्त से ठगी का शिकार हो गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपी अरशद ने अपने दोस्त नफीस अंसारी से सस्ते में मशीन खरीदने के नाम पर 2.58 लाख रुपये ऐंठ लिए। आरोप है कि पैसे मिलने के बाद अरशद का कहीं पता नहीं चल रहा। ठगी का अहसास होने पर नफीस ने थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने अरशद की तलाश शुरू कर दी है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार नफीस बिहार के पश्चिमी चंपारण का रहने वाला है। वहीं आरोपी अरशद अलवर का रहने वाला है। अरशद, नफीस का पूर्व परिचित है। दोनों एक-दूसरे के दोस्त हैं। नफीस ने जेसीबी मशीन खरीदने के लिए अपने दोस्त अरशद पर भरोसा किया था। नफीस सबसे पहले अलवर आया और अरशद से मिला। अरशद ने उसे वहा कुछ जेसीबी मशीनें दिखाईं। मशीनें देखने के बाद नफीस पैसों का इंतजाम करने के लिए बिहार लौट आया।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि नफीस पैसे लेकर मशीन खरीदने अलवर वापस गया। अरशद ने उससे मशीन खरीदने के लिए एडवांस के तौर पर 2.58 लाख रुपये अपने बैंक खाते में ट्रांसफर करने को कहा। नफीस ने अरशद के खाते में भारी रकम ट्रांसफर कर दी। जैसे ही पैसे खाते में जमा हुए अरशद का असली रूप सामने आ गया।

आरोप है कि नफीस को मशीन खरीदने से पहले अरशद उसे कुछ औपचारिकताएं पूरी करने के लिए अलवर के हनुमान सर्किल ले गया। वहां अरशद ने नफीस को जरूरी काम का बहाना बनाकर छोड़ दिया और भाग गया। काफी देर तक जब अरशद वापस नहीं लौटा तब नफीस को शक हुआ।

नफीस ने बताया कि वह चार साल से अरशद को अपना दोस्त समझ रहा था। उसकी मदद से वह बिहार मशीन खरीदने आया था। पैसे ट्रांसफर करने के बाद अरशद उसे हनुमान सर्किल पर छोड़कर गायब हो गया। जब उसने अरशद को फोन किया तो उसने कहा कि पुलिस ने उसे पकड़ लिया है। थोड़ी देर बाद उसका फोन बंद हो गया। इसके बाद नफीस को एहसास हुआ कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है।

फिलहाल रामगढ़ थाने के हेड कांस्टेबल प्रीतम सिंह घटना की जांच कर रहे हैं। पुलिस ने बताया कि आरोपी अरशद की तलाश में कई जगहों पर छापेमारी की जा रही है। पुलिस ने बताया कि हाल ही में अलवर इलाके में बाहरी लोगों को सस्ती कार या मशीन खरीदने का लालच देकर निशाना बनाया जा रहा है। उन्हें लालच देकर ऑनलाइन और ऑफलाइन तरीके से उनसे मोटी रकम ऐंठी जा रही है।

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