पटना। बिहार में मानसून में इस बार बारिश से भारी तबाही मची हुई है। आज भी मौसम खुलने के आसार नहीं हैं। शनिवार को हुई बारिश, आंधी और व्रजपात की वजह से करीब 10 लोगों की मौत की सूचना मिली है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए उत्तर बिहार के जिलों में आज भी रेड अलर्ट जारी किया है। शनिवार जैसी तबाही की आशंका आज भी बनी हुई है। इसीलिए लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
बागमती खतरे के निशान से ऊपर है, जबकि कोसी नदी में 4 लाख 31 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने से बाढ़ का संकट गहरा गया है। कैमूर का यूपी-बिहार मार्ग बाधित है।
पटना समेत कई जिलों में सुबह से ही मूसलाधार बारिश ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया है। कई इलाकों में जलजमाव के कारण लोग परेशान हैं। सूत्रों के मुताबिक बिहार में पिछले दो दिनों से रूक रूक कर हो रही बारिश से अलग- अलग जिलों में वज्रपात, पेड़ व मकान गिरने से कुल 10लोगों की मौत हो गयी है।
बिहार के पटना, मुजफ्फरपुर, वैशाली, गोपालगंज, पूर्णिया समेत कई जिलों में सुबह से बारिश हो रही है। पटना में मीठापुर फ्लाईओवर की सड़क धंस गई। गोपालगंज में अस्पताल में बारिश का पानी घुस गया। सारण, रोहतास और मुजफ्फरपुर में रेलवे ट्रैक के ऊपर बारिश का पानी चढ़ गया है। रोहतास में दलित बस्ती में 15 मकान गिर गए हैं। कई जिलों में सड़कों पर घुटने भर पानी भर गया है। लोगों परेशान हैं। छपरा-सीवान रेल खंड के एकमा स्टेशन के पास मेन लाइन पर पेड़ गिरने से छह घंटे से अपलाइन बंद है।