पटनाः बिहार की राजधानी पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में गुरुवार शाम विजयादशमी के अवसर पर रावण दहन का भव्य आयोजन किया गया। हालांकि तेज बारिश के कारण रावण के पुतले का सिर गलकर टूट गया, लेकिन कार्यक्रम निर्धारित समय पर संपन्न हुआ। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने परंपरा का निर्वहन करते हुए बिना सिर वाले रावण के पुतले का प्रतीकात्मक वध किया।
कार्यक्रम में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, दोनों उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा भी मौजूद रहे। रावण दहन का यह आयोजन शाम क़रीब 5:30 बजे शुरू हुआ, जब तेज़ बारिश के बीच भी भारी संख्या में लोग गांधी मैदान में मौजूद थे।
80 फीट ऊंचे रावण का सिर बारिश में टूटाः इस बार गांधी मैदान में बिहार का सबसे ऊंचा, 80 फीट ऊंचा रावण पुतला तैयार किया गया था। साथ ही मेघनाथ और कुंभकर्ण के पुतले भी बनाए गए थे। लेकिन दहन से पहले हुई तेज़ बारिश के कारण रावण का सिर गलकर टूट गया, जबकि मेघनाथ और कुंभकर्ण के पुतले सुरक्षित रहे। बारिश के बावजूद आयोजन समिति ने निर्णय लिया कि परंपरा को कायम रखते हुए बिना सिर वाले रावण के पुतले का दहन किया जाएगा। जैसे ही नीतीश कुमार ने प्रतीकात्मक तीर चलाकर रावण वध किया, पुतला आग की लपटों में धू-धू कर जल उठा।
भीगते दर्शकों का उत्साह नहीं हुआ कमः तेज़ बारिश के बावजूद गांधी मैदान में जुटी भीड़ ने पूरे आयोजन को उत्साहपूर्वक देखा। सुरक्षा के व्यापक इंतज़ाम किए गए थे और आयोजन शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ। रावण दहन के साथ विजयादशमी पर्व की समाप्ति पर लोगों ने एक-दूसरे को बधाई दी।