एई समय,खड़गपुर। लंबी दूरी की ट्रेन देर से पहुंचे इसका अनुभव कमोबेश सभी को है। लेकिन लोकल ट्रेन भी रोज देर से! वह भी एक-आध घंटा नहीं, कभी-कभी तीन घंटे लेट! दक्षिण-पूर्व रेल के खड़गपुर डिवीजन के यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस घटना के विरोध में यात्री कभी-कभार विरोध प्रदर्शन भी करते हैं लेकिन फिर भी इस परेशानी का कोई समाधान नहीं हो पा रहा है। इस परेशानी से कब मुक्ति मिलेगी? इस बारे में रेल अधिकारियों के पास कोई जवाब नहीं। इसी वजह से2022 से ट्रेन की इस लेटलतीफी को झेलते हुए यात्री सालों से सफर कर रहे हैं। घर से निकलकर अपनी मंजिल पर कब पहुंचेंगे या वापस घर कब तक पहुंचेंगे, इसका यात्रियों को भी पता नहीं होता है।
रेलवे में खड़गपुर एक महत्वपूर्ण जंक्शन है। इसका अपना इतिहास है। इस जंक्शन से बंगाल के हावड़ा, पुरुलिया, झारखंड के टाटा, ओडिशा के बालेश्वर रूट की ट्रेनें आवाजाही करती हैं। इसके अलावा हावड़ा-पांशकुड़ा, हावड़ा-मेचेदा, पांशकुड़ा-दीघा, मेदिनीपुर-हावड़ा, खड़गपुर हावड़ा लोकल ट्रेनें भी हैं।
मेदिनीपुर से हावड़ा पहुंचने जिस ट्रेन को साढ़े तीन घंटे लगने की बात है वह ट्रेन अपने गंतव्य तक असल में कब तक पहुंचेगी इसका किसी को कोई अंदाजा नहीं। मेदिनीपुर के निवासी अरुण पात्र ने कहा, 'बेटी-नाती को लेकर हावड़ा से जिस लोकल ट्रेन में चढ़कर मेदिनीपुर में 5 बजे पहुंचने की बात थी, वह ट्रेन पहुंची रात साढ़े 8 बजे। सोचिए कितनी परेशानी हुई होगी!'
दक्षिण पूर्व रेल के हावड़ा-जकपुर पैसेंजर वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्य लाल्टु माइति कहते हैं, '2022 से ट्रेन सेवा इसी तरह बेहाल है। हम रोज इस परेशानी को झेल रहे हैं। लोकल ट्रेन एक बार लेट हुई तो पूरे दिन देर से ही पहुंचेगी। विरोध करके औरज्ञापन देकर भी अब तक कोई समाधान नहीं निकला है। रेल के अधिकारियों के साथ बैठक करने पर केवल कहते हैं, देख रहे हैं, देखेंगे। लेकिन यात्रियों की परेशानी खत्म नहीं की जा रही है?'
रेलवे का कहना है कि रेल सेवा के विकास के लिए विभिन्न स्टेशनों पर काम चल रहा है इसलिए यह समस्या आ रही हैलेकिन इस समस्या का समाधान कब होगा? रेल के खड़गपुर डिवीजन के डीआरएम ललित मोहन पांडे कहते हैं, 'सांतरागाछी से खड़गपुर तक चौथी लाइन नहीं होने तक सभी ट्रेनों को नियम से चलाना कठिन है। समय पर और ज्यादा ट्रेन चलाने के लिए ही काम चल रहा है। यह प्रक्रिया अभीजारी रहेगी।'
लेकिन सांतरागाछी-खड़गपुर चौथी लाइन का काम होगा कब? डीआरएम कहते हैं, 'विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार हो गई है। वह अनुमोदन के लिए भेजी गई है। इसके बाद जमीन अधिग्रहण का काम होगा। वह पूरा होने पर नई रेललाइन बनाने का काम शुरू होगा। इसकी वजह से कुछ समय तो अभी लगेगा।' उन्होंने कहा, 'ऑफिस-स्कूल-कॉलेज जाने और लौटने के समय की ट्रेनों को हम समय पर चलाने की कोशिश कर रहे हैं। यात्री हित में सेवा और कैसे बेहतर की जा सकती है वह कोशिश भी की जा रही है।'