मणिराज घोष
हाल ही में स्कूल सेवा आयोग ने 2016 की एसएससी परीक्षा के अयोग्य शिक्षाकर्मियों के नामों की एक सूची प्रकाशित की। इस सूची में शालबनी के विधायक और राज्य के मंत्री श्रीकांत महतो के भाई खोकन महतो का नाम भी शामिल है। यह देखते ही विधायक की आंखों से मानो नींद ही उड़ गयी है।
उनका सवाल है, उनके भाई का नाम 'दागी' शिक्षाकर्मियों की सूची में कैसे आया? इस मामले में मंत्री ने कहा कि मैंने SSC के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। मैंने उनके द्वारा जारी किया गया ओएमआर और प्रश्नपत्र भी जमा कराया है। वे मेरे भाई को टेंटेड कैसे कह सकते हैं, इसका फैसला अदालत करेगी।
दावा किया जा रहा है कि मंत्री श्रीकांत महतो के भाई खोकन महतो ने 2017 में झाड़ग्राम के बैता श्री गोपाल हाई स्कूल में क्लर्क (ग्रुप-सी) के पद पर योगदान किया था। सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद एसएससी 2016 के शिक्षकों और शिक्षाकर्मियों के पूरे पैनल को ही रद्द कर दिया था। श्रीकांत की नौकरी भी चली गई।
हालांकि अब उनकी नौकरी वापस मिलने की उम्मीद भी खत्म हो गई है क्योंकि उनका नाम 'टेंटेड' सूची में शामिल कर दिया गया है। वह परीक्षा में नहीं बैठ पाए हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर स्कूल सर्विस कमिशन ने इस सप्ताह ही सोमवार (3 नवंबर) को 3512 दागी या टेंटेड ग्रुप सी-डी कर्मचारियों के नाम जारी किया है जिसमें मंत्री श्रीकांत महतो के भाई खोकन महतो का नाम '1270' नंबर पर मौजूद है।
गुरुवार को राज्य के उपभोक्ता संरक्षण एवं सहकारिता मामलों के राज्य मंत्री श्रीकांत महतो से इस बारे में पूछा गया, तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि हमने एसएससी के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। हमारे पास प्रश्नपत्र और अपलोड की गई ओएमआर शीट मौजूद थी और हमने उन दोनों के आधार पर मामला दायर किया है। एसएससी कैसे कह सकता है कि यह टेंटेड है? वहीं विपक्ष ने इस मौके का फायदा उठाते हुए सवाल किया है कि क्या उनके भाई ने 'राजनीतिक प्रभाव' का इस्तेमाल कर यह नौकरी हासिल की है?
इससे पहले कलकत्ता उच्च न्यायालय के तत्कालीन न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय के आदेश पर मार्च 2023 में प्रकाशित ओएमआर में हेराफेरी करके नौकरी पाने वाले शिक्षाकर्मियों की सूची में अपने भाई का नाम देखकर मंत्री श्रीकांत ने चेतावनी दी थी। उस समय उन्होंने कहा था कि मेरे भाई (खोकन महतो) को किसी भी तरह से 12 नंबर नहीं मिले होंगे! मैं आपको चुनौती देता हूं कि आप ओएमआर की हार्ड कॉपी और प्रश्नों के साथ उत्तर पुस्तिका की तुलना करें, अगर मेरे भाई को सचमुच 12 नंबर मिलते हैं तो मैं मंत्रालय छोड़ दूंगा।'