परिवार में किसी का नाम 2002 की मतदाता सूची में नहीं है तो क्या होगा ? 4 नवंबर से होगा बड़ा अपडेट, बीएलओ जाएंगे घर-घर

By अभिरुप दत्ता, Posted by: लखन भारती

Nov 03, 2025 23:14 IST

SIR: पश्चिम बंगाल में मतदाता सूची की विशेष जांच यानी स्पेशल इंटेंसिव रिविजन (SIR) की तैयारी शुरू हो गई है। 4 नवंबर से बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) घर-घर जाकर मतदाताओं की जानकारी जांचेंगे। पश्चिम बंगाल के मालदह जिले समेत कई जिलों में BLO को प्रशिक्षण दिया गया है।

पश्चिम बंगाल में एक बार फिर मतदाता सूची की पूरी जांच शुरू होने जा रही है। इस बार यह काम स्पेशल इंटेंसिव रिविजन (SIR) के तहत किया जाएगा। यानी हर मतदाता की जानकारी को बारीकी से दोबारा जांचा जाएगा। इसके लिए 4 नवंबर से बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) घर-घर जाएंगे और लोगों से सीधे बातचीत करके मतदाता सूची की जांच करेंगे।

मालदा में शुरू हुआ BLO का प्रशिक्षण

राज्यभर में इस काम की तैयारी चल रही है। मालदह जिले में बूथ लेवल ऑफिसरों को खास प्रशिक्षण दिया गया ताकि वे समझ सकें कि उन्हें फील्ड में क्या-क्या करना है।

प्रशिक्षण के दौरान अधिकारियों को बताया गया कि अगर मतदाता सूची में कोई गलती मिले तो उसे कैसे सुधारा जाएगा, कौन से दस्तावेज जरूरी होंगे, फॉर्म कैसे भरवाए जाएंगे और BLO लोगों से कितनी बार संपर्क करेंगे। अधिकारियों को SIR फॉर्म भरने की पूरी प्रक्रिया भी सिखाई गई।

इंग्लिश बाजार ब्लॉक में सौ से ज्यादा BLO हुए तैयार

मालदा के इंग्लिश बाजार ब्लॉक में 100 से ज्यादा BLO को इस प्रशिक्षण में शामिल किया गया। प्रशासन की पहल पर हुए इस कार्यक्रम में अधिकारियों को सिखाया गया कि कैसे वे मतदाताओं से बातचीत करें और सही जानकारी जुटाएं।

अब ये BLO 4 नवंबर से घर-घर जाकर SIR फॉर्म वितरित करेंगे। इस फॉर्म के जरिए हर मतदाता को अपनी 2002 की मतदाता सूची और मौजूदा सूची के बीच तुलना करनी होगी।

कैसे होगा नाम की जांच और फॉर्म भरने की प्रक्रिया

मतदाता को यह देखना होगा कि उनका नाम 2002 की मतदाता सूची में है या नहीं। अगर नहीं है, तो वे अपने माता-पिता या दादा-दादी के नाम देखकर फॉर्म भर सकते हैं।

BLO हर घर का तीन बार दौरा करेंगे ताकि किसी से मुलाकात छूट न जाए और सभी की जानकारी अपडेट हो सके।

दो जगह नाम या मृत सूची में गलती भी सुधारी जाएगी

अगर किसी व्यक्ति का नाम दो जगहों पर दर्ज है, तो उसकी जांच की जाएगी ताकि गलती को ठीक किया जा सके। वहीं अगर कोई जिंदा व्यक्ति गलती से मृत मतदाताओं की सूची में आ गया है, तो उसे खुद जाकर अपने BLO को जानकारी देनी होगी। इसके बाद उसकी जानकारी दोबारा जांची जाएगी और सही की जाएगी।

12 दस्तावेजों को लेकर अब भी असमंजस

जिन मामलों में परिवार के किसी सदस्य का नाम 2002 की सूची में नहीं है, वहां 12 जरूरी दस्तावेजों की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, BLO का कहना है कि अब तक प्रशासन ने इन दस्तावेजों के बारे में कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी नहीं किया है। यानी अभी भी यह साफ नहीं है कि कौन से कागजात मान्य होंगे और किन पर फैसला लिया जाएगा।

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