21 साल के जवान बेटे का शव देखकर मां ने किया कुछ ऐसा कि स्तब्ध रह गया परिवार!

पूरा परिवार दुःखी था और घर के इस जवान बेटे के अंतिम संस्कार की तैयारियां की जा रही थी। लेकिन तभी...

By Moumita Bhattacharya

Nov 09, 2025 19:09 IST

मात्र 21 साल की उम्र में हृदयाघात से घर के एकलौते बेटे की मौत का दर्द अभी यह परिवार भूल भी नहीं पाया था कि मां ने कुछ ऐसा कर दिया जिससे परिवार गहरे सदमे में चला गया है। घटना पूर्व मिदनापुर जिले के कोलाघाट की बतायी जाती है। घर के निचले मंजिल पर उस समय बेटे का शव रखा हुआ था। पूरा परिवार दुःखी था और घर के इस जवान बेटे के अंतिम संस्कार की तैयारियां की जा रही थी। लेकिन तभी बाहर किसी चीज के गिरने की आवाज ने पूरे परिवार का ध्यान अपनी तरफ खींचा।

बाहर आकर देखा तो 21 साल के मृतक शुभाद्री वैद्य की मां मानसी वैद्य खून से लथपथ जमीन पर गिरी थी। इतनी कम उम्र में बेटे की मौत के गम में उन्होंने घर की तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी। स्थानीय निवासियों से मिली जानकारी के अनुसार 8 नवंबर को शुभाद्री वैद्य (21) अचानक गिर पड़े। उन्हें सेरीब्रल अटैक आया था।

परिवार के सदस्य आनन-फानन में उन्हें कोलाघाट के पाईकपाड़ी ब्लॉक अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बताया जाता है कि शुभाद्री के पिता रमेश वैद्य पूर्व मिदनापुर जिले के DEB (डिस्ट्रिक्ट इनफोर्समेंट ब्रांच) में कार्यरत हैं। कोलाघाट थाना की पुलिस ने तमलुक के ताम्रलिप्त मेडिकल कॉलेज में शुभाद्री के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

बताया जाता है कि शनिवार की रात को शुभाद्री का शव उनके घर आया। जानकारी के अनुसार काफी देर तक मां मानसी वैद्य (53) बेटे के शव को निहारती रही। इसके बाद सबकी नजरें बचाकर वह चुपके से छत पर चली गयी और तीसरी मंजिल से नीचे छलांग लगा दी। गंभीर रूप से घायलावस्था में परिवार के सदस्यों ने उन्हें मेचेदा की एक नर्सिंग होम में भर्ति करवाया। वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनका शव भी पोस्टमार्टम के लिए ताम्रलिप्त मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में भेजा गया है।

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मानसी वैद्य एक स्वास्थ्य कर्मी थी। इकलौते बेटे की मौत को वह दिल से स्वीकार नहीं कर पायी थी। वहीं दूसरी ओर एक साथ बेटे और पत्नी को खोकर रमेश वैद्य शोकस्तब्ध हैं। बताया जाता है कि शनिवार को उन्होंने अपने बेटे का अंतिम संस्कार किया। रविवार को पत्नी का शव पोस्टमार्टम से वापस आने के बाद उन्होंने पत्नी का अंतिम संस्कार किया। इस घटना और शोक की वजह से वह पत्थर बन गए हैं।

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