भरतपुर से तृणमूल कांग्रेस से निष्कासित विधायक हुमायूं कबीर ने बताया कि 22 दिसंबर को वह अपनी नई पार्टी के गठन की घोषणा करेंगे। आगामी चुनाव में तृणमूल और भाजपा के खिलाफ लड़ने के लिए वह समान विचारधारा वाली पार्टियों को करीब लाना चाहते हैं। इस गठबंधन में ISF के शामिल होने की संभावना पर क्या कहा ISF नेता नवशाद सिद्दिकी ने? गुरुवार को बीरभूम के इलामबाजार में एक सभा में उपस्थित होकर भांगड़ के विधायक ने इस सवाल का जवाब दिया।
पत्रकारों से बात करते हुए नवशाद ने कहा, “अगर तृणमूल और भाजपा को आसानी से हराना है, तो गठबंधन करना ही फायदेमंद होगा। हम चाहते हैं कि गैर भाजपा और गैर तृणमूल जितनी भी ताकत हैं, उन्हें एकजुट किया जाए। हुमायूं कबीर की पार्टी जब सामने आएगी और उनके विचार अगर हमारे विचारों से मेल खाते हैं, तो निश्चित रूप से चर्चा की जाएगी।” उन्होंने कहा कि चर्चा के बाद ही गठबंधन के बारे में निर्णय लिया जाएगा।
हुमायूं अल्पसंख्यक समुदाय के वोट लुभाने के लिए भव्य मस्जिद निर्माण के संदेश का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस गठबंधन में ISF शामिल होने के बावजूद तृणमूल कांग्रेस चिंतित नहीं है। राज्य विधानसभा के डिप्टी स्पीकर और रामपुरहाट के विधायक आशिष बंद्योपाध्याय ने कहा, “गठबंधन वे कर सकते हैं। यह उनकी पार्टी का मामला है। जनता देखेगी कि वे किसका काम कर रहे हैं। पहले भी CPM-कांग्रेस गठबंधन हुआ था, लेकिन उनका कोई अस्तित्व नहीं बचा। लोग असली काम करने वालों को ही देखेंगे।”
इस दिन इलामबाजार में ISF ने एक सभा का आयोजन किया। सभा में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। नवशाद का निशाना शासक दल तृणमूल कांग्रेस था। उन्होंने दर्शकों के सामने OBC सर्टिफिकेट से संबंधित समस्याओं को भी उजागर किया। नवशाद ने कहा, “इस सरकार ने जो OBC सर्टिफिकेट मुस्लिम समुदाय को दिया है, उसे रखना और छीन लेना एक ही बात है। जैसे मेसी आए, लोग टिकट खरीदकर देखने गए, लेकिन मेसी को देख नहीं पाए। यही स्थिति यहां है। सर्टिफिकेट रहेगा, परीक्षा देंगे, साक्षात्कार होंगे। लेकिन नौकरी आपको नहीं मिलेगी।”