पहले संसद में और फिर राज्य में - पिछले कुछ दिनों से भाजपा कारोबार और व्यापार के मुद्दे पर लगातार तृणमूल सरकार पर हमला बोल रही है। अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने इस मुद्दे पर एजेंसी (सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी) का गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने आरोप लगाया कि एजेंसी का इस्तेमाल बिजनेसमैन और उद्योगपतियों को अलग-अलग तरीकों से डराने के लिए किया जा रहा है।
गुरुवार को अलीपुर के धनधान्य ऑडिटोरियम में 'बिजनेस एंड इंडस्ट्री कॉन्क्लेव' में ममता बनर्जी ने भयमुक्त माहौल के बारे में बात की। तीन दिन पहले केंद्रीय उद्योग मंत्री ने शिकायत की थी कि कई औद्योगिक संगठन बंगाल छोड़ रहे हैं। प्रदेश भाजपा ने भी राज्य के उद्योग में निवेश की समस्या की शिकायत की थी। ममता बनर्जी ने उन आरोपों का जवाब देने के लिए ट्रेड कॉन्फ्रेंस का मंच चुना जहां विभिन्न व्यापारिक संगठन के कई प्रधान मंच पर और ऑडिटोरियम में मौजूद थे।
व्यवसाय-उद्योग में भी एजेंसी का डर
राज्य की औद्योगिक संगठनों को एजेंसियों से डराने का आरोप लगाते हुए ममता बनर्जी ने आरोप लगाते हुए कहा, "व्यवसाईयों की आजादी में दखलंदाजी की जा रही है। उद्योगपति इससे बहुत डरे हुए हैं।" इसके बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उद्योगपतियों को आजादी मिलनी चाहिए। अगर उन्हें लगातार एजेंसियां डराएंगी तो व्यापार कैसे होगा? वे हमेशा डर के साये में जीने को मजबूर होते हैं। सरकार को हर चीज में दखल देने की कोई जरूरत नहीं है। उद्योगपतियों से लेकर कर्मचारियों तक - हम सभी के लिए आजादी चाहते हैं। कर्मचारी राज्य की दौलत हैं। मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों को संदेश दिया, "हम हमेशा व्यवसाईयों के साथ हैं।"
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राज्य में आए कौन से नए निवेश?
सम्मेलन की कमान अपने हाथों में लेने से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उद्योगपतियों को आगे रखा। मंच पर मौजूद RPSG ग्रुप के चेयरमैन संजीव गोयनका ने बताया कि वह पिछले डेढ़ दशक से तृणमूल के समय में राज्य में कैसे निवेश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने पिछले 15 सालों में ₹26,500 करोड़ का निवेश किया है। हम भविष्य में और निवेश करेंगे। 5000 मेगावाट बैटरी स्टोरेज की ₹12,000 करोड़ की परियोजना है। जो देश में अपनी तरह का पहला है। हमने जमीन के लिए आवेदन किया है। हम एक उच्चस्तरीय अस्पताल भी बनाने जा रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि जनवरी 2027 में ₹15,800 करोड़ की परियोजना की शुरुआत की जाएगी।
वहीं अंबुजा नेवटिया समूह के चेयरमैन हर्षवर्धन नेवटिया ने कहा कि सांकराइल और फरक्का में दो यूनिट बन चुकी हैं। हमारा करीब 70% निवेश इसी राज्य में है। ताज ग्रुप के साथ हमारे सात होटल चल रहे हैं। उन्होंने आगे बताया कि हम बंगाल में 10 और नए होटल बनाने जा रहे हैं। हर्ष नेवटिया ने कहा कि हमने स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपना सफर एक अस्पताल से शुरू किया था और अब अस्पतालों की संख्या तीन हो गई है। हम दुर्गापुर, तारातला और न्यू टाउन में तीन और नए अस्पताल बनाने जा रहे हैं।
वहीं JSW ग्रुप ने पिछले सम्मेलन में ही 800 मेगावाट के दो थर्मल पावर प्लांट बनाने की घोषणा की थी जिसपर काम चल रहा है। इस बार कंपनी की तरफ से शरद जिंदल ने कहा कि हम 800 मेगावाट के दो और पावर प्लांट बनाएंगे जिसमें निवेश ₹1,600 करोड़ का होगा।
मेक इन इंडिया की तरह आगे बढ़ेगा मेक इन बंगाल
ITC लिमिटेड के चेयरमैन संजीव पुरी ने सम्मेलन के दौरान कहा कि हम पिछले 15 सालों से इस राज्य में काम कर रहे हैं। दो होटलों के अलावा, न्यू टाउन में एक IT हब बनाने की हमारी योजना है। गूगल हमारा पार्टनर है। टीटागढ़ वैगन लिमिटेड के वाइस चेयरमैन उमेश चौधरी ने कहा कि पहले हम टीटागढ़ में सिर्फ कुछ सौ वैगन ही बनाते थे। अब मेट्रो रेक और वंदे भारत एक्सप्रेस के कोच भी बन रहे हैं। इसकी वजह से हम एक शिपयार्ड बनाने जा रहे हैं। वहां 16-18 नेवी वेसल बनाए जाएंगे।
उन्होंने आगे कहा कि हमें बहुत जल्द जमीन मिल जाएगी। हम मेक इन इंडिया की तरह मेक इन बंगाल को भी आगे ले जाएंगे। उसी तरह JK ग्रुप के चैतन्य सिंघानिया ने कहा कि हमारी खड़गपुर में दो फूड प्रोसेसिंग फैक्टरी बनाने की योजना है। उलुबेरिया में JK पेपर पैकेजिंग फैक्टरी बनाने का काम शुरू हो गया है।
विधानसभा चुनाव के बाद फिर होगा उद्योग और कॉमर्स सम्मेलन
सम्मेलन के अंत में ममता बनर्जी ने कहा कि सत्ता में आने के तुरंत बाद हम सिंगापुर गए थे। हर जगह हमें एक ही बात सुनना पड़ा था - बंगाल इज़ लॉस्ट केस। वहां कुछ नहीं होगा। हम बंगाल को वहां से यहां लाए और खड़ा किया। बंगाल आज अलग-अलग क्षेत्रों में देश में नंबर वन है। यह मेरे शब्द नहीं हैं।
नीति आयोग कहता है कि राज्य में 2 करोड़ नौकरियां बनी हैं, 40 प्रतिशत बेरोजगारी कम हुई है। पश्चिम बंगाल IT सेक्टर में आगे है। इस राज्य की सिलिकॉन वैली ने 35 हजार करोड़ का निवेश लाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद फिर से एक उद्योग और कॉमर्स सम्मेलन आयोजित होगा।
प्रदेश भाजपा का कटाक्ष
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष शमिक भट्टाचार्य ने उद्योग-वाणिज्य सम्मेलन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के बगल में खड़े उद्योगपतियों की कंपनियों की पिछले 9 साल की बैलेंस शीट देखो। वे दूसरे राज्यों में निवेश कर रहे हैं। कौन उद्योगपति ऐसे राज्य में अपना कारोबार स्थापित करने का खतरा मोल लेगा जहां न कानून-व्यवस्था है और न ही संरचनात्मक सुविधाएं? एजेंसियों के माध्यम से उद्योगपतियो को डराने की मुख्यमंत्री के आरोपों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए शमिक भट्टाचार्य ने कहा कि CBI-ED तृणमूल नेताओं के घर जा सकती है जो अलग-अलग भ्रष्टाचार में शामिल हैं। वे उद्योगपतियों के घर क्या करेंगी!