चौथे टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच को आधिकारिक तौर पर 'अत्यधिक कोहरे' के कारण बिना एक भी गेंद फेंके रद्द कर दिया गया था, लेकिन वास्तविकता यह थी कि एकाना स्टेडियम को घने कोहरे की चादर ने घेर लिया था, जिससे दृश्यता बुरी तरह प्रभावित हुई थी।
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच लखनऊ में होने वाला चौथा टी-20 क्रिकेट मुकाबला धुंध, कोहरे और खराब AQI के चलते रद्द करना पड़ा। मैच का लुत्फ उठाने के लिए अटल बिहारी वाजपेयी एकाना स्टेडियम की हर सीट भरी हुई थी। फैंस मायूस हैं कि बिना टॉस हुए ही मैच रद्द करना पड़ा। उन्हें अपने फेवरेट प्लेयर्स की एक झलक तक देखने को नहीं मिली। ऐसे में सवाल उठता है कि बिना एक भी गेंद फेंके मैच रद्द होने पर क्या फैंस को उनके टिकट का पैसा लौटाया जाएगा ? चलिए जानते हैं रीफंड के नियम क्या है ?
क्या है टिकट रीफंड का नियम ?
रात नौ बजकर 25 मिनट पर आखिरकार छठी बार मुआयना करने के बाद अंपायर्स ने मैच रद्द करने का अधिकारिक ऐलान कर दिया। स्टेडियम से बाहर निकलने पर फैंस की मायूसी देखते ही बनती थी, उनका पैसा और वक्त दोनों बर्बाद जो हुए। उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ के एक अधिकारी के मुताबिक जो मैच रद्द होता है, उसका पूरा पैसा वापस मिलता है। बीसीसीआई के नियमों के अनुसार ऐसी स्थिति में टिकट बुकिंग फीस काटकर बाकी राशि वापस की जाती है। इस मैच का पैसा दर्शकों को मिलेगा, जिसकी प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी।
खराब AQI से मैच रद्द होना वाकई शर्मनाक
ठंड के दिनों में उत्तर भारत के शहरों की स्थिति जानने के बावजूद लखनऊ में मैच कराने को लेकर अब बीसीसीआई की रणनीति पर भी सवाल उठ रहे हैं। उधर एक्सपर्ट्स कह रहे हैं कि कई निजी ऐप धूल कण और धुएं के बीच अंतर नहीं कर पाते। भारतीय शहरों में धूल की मात्रा स्वाभाविक रूप से ज्यादा होती है, लेकिन विदेशी मॉडल इसे सीधे प्रदूषण मान लेते हैं। इसी कारण एक्यूआई को वास्तविकता से ज्यादा दिखाया जाता है और खामखा डर का माहौल बनता है।
विपक्षी पार्टियों ने साधा बीजेपी पर निशाना
उत्तर प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) ने उत्तर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर निशाना साधा है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘दिल्ली का प्रदूषण अब लखनऊ तक पहुंच गया है इसलिए लखनऊ में का मैच नहीं हो पा रहा है। दरअसल इसकी वजह कोहरा या ‘फॉग’ नहीं, बल्कि ‘स्मॉग’ (धुंध) है। हमने जो पार्क लखनऊ की शुद्ध हवा के लिए बनवाए थे, भाजपा सरकार वहां भी ‘इंवेटबाजी’ करवाकर उन्हें बर्बाद करना चाहती है। भाजपाई न इंसान के सगे हैं, न पर्यावरण के। मुंह ढंक लीजिए क्योंकि आप लखनऊ में हैं।’