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रात का खाना नसीब नहीं, बेचने पड़े मां के गहने - कैसी रही CSK के 14.20 करोड़ के क्रिकेटर कार्तिक शर्मा की यात्रा?

CSK के नए अनकैप्ड क्रिकेटर कार्तिक शर्मा ने नीलामी में भले ही बाजी मार ली हो, लेकिन उनका संघर्ष आसान नहीं था।

By नवीन पाल, Posted by: रजनीश प्रसाद

Dec 18, 2025 17:27 IST

इस बार IPL में जिन दो युवा खिलाड़ियों ने सबका ध्यान खींचा है उनमें से एक हैं कार्तिक शर्मा। 30 लाख रुपये की बेस प्राइस से 14.20 करोड़ रुपये में वे चेन्नई सुपर किंग्स से जुड़े। मात्र 19 साल की उम्र में IPL के सैलरी कैप में इतनी बड़ी छलांग लगाने के बाद हर किसी की नजरें उन पर ही टिक गयी है।

महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई में CSK के लिए वह खुद को किस तरह तैयार करते हैं इस पर सबकी निगाहें टिकी हैं। हालांकि उनकी भारी रकम को लेकर चर्चा हो रही है लेकिन उनके संघर्ष और सफर पर बहुत कम बात हुई है। कार्तिक शर्मा ने शुरुआत कैसे की? आइए जानते हैं।

इतनी बड़ी रकम मिलने के बाद कार्तिक के पिता मनोज शर्मा ने पुराने संघर्ष के दिनों को याद किया। IANS को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि हमारी आमदनी सीमित थी लेकिन मेरी पत्नी राधा और मैंने सपना देखा था कि कार्तिक को क्रिकेटर बनाएंगे। हालांकि क्रिकेटर बनना सस्ता नहीं होता। एक जोड़ी ग्लव्स की कीमत ही दो हजार रुपये से ज्यादा होती है इसके अलावा और भी कई खर्चे होते हैं।

इन खर्चों को उठाने के लिए जरूरी आमदनी उनके पास नहीं थी। इसलिए कार्तिक के माता-पिता ने राजस्थान के बाहनेरा गांव में अपनी जमीन बेचने का फैसला किया। इसके बाद भी पैसे पूरे नहीं पड़े। तब कार्तिक की मां ने अपने गहने बेच दिए। मनोज कहते हैं कि वह समय हमारे लिए बेहद चुनौतीपूर्ण था लेकिन हमने कभी कार्तिक के सपने को टूटने नहीं दिया। मनोज शर्मा खुद भी क्रिकेट खेलते थे लेकिन एक चोट के कारण उनका क्रिकेट सपना अधूरा रह गया।

कार्तिक को क्रिकेट खिलाने की शुरुआत करने के बाद उनके माता-पिता का हाथ लगभग पूरी तरह से खाली हो गया था। ग्वालियर में एक टूर्नामेंट खेलने गए तो उनके पास होटल में रुकने के पैसे नहीं थे। इसलिए रात उन्हें नाइट शेल्टर में बितानी पड़ी। कार्तिक के शानदार प्रदर्शन के दम पर उनकी टीम फाइनल में पहुंची। मनोज बताते हैं कि उन दिनों हम कई-कई रातें भूखे पेट सोते थे। फाइनल जीतने के बाद जो पुरस्कार राशि मिलती थी वही हमारे लिए सहारा बनती थी।

पेशेवर क्रिकेट में कार्तिक की यात्रा अंडर-14 और अंडर-16 स्तर से शुरू हुई। लेकिन इसके बाद चार साल तक उन्हें क्रिकेट में कोई मौका नहीं मिला। फिर भी उन्होंने उम्मीद नहीं छोड़ी। खेलते रहे, अभ्यास करते रहे और मेहनत का फल भी मिला। उन्हें रणजी ट्रॉफी की अंडर-19 टीम में जगह मिली और वहीं से IPL तक का सफर तय हुआ।

कार्तिक ने हाल ही में 11वीं कक्षा पास की है। अब उनका लक्ष्य पढ़ाई के साथ-साथ क्रिकेट को भी आगे बढ़ाना है।

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