IPL के इतिहास के सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी बनने की खबर उन्हें पहले ही मिल चुकी थी। साथ ही यह भी पता चल गया था कि 25.20 करोड़ रुपये की बोली लगने के बावजूद उन्हें वास्तव में 18 करोड़ रुपये ही मिलेंगे। इन दोनों खबरों के मिलने के अगले ही दिन बल्ले से फ्लॉप हो गए कैमरन ग्रीन। एशेज के तीसरे टेस्ट मैच में खेलते हुए उन्होंने दो गेंदों का सामना किया और बिना कोई रन बनाए पवेलियन लौट गए।
मिनी नीलामी की शुरुआत में ही पहले लॉट में उनका नाम आया था। एक कैप्ड ऑलराउंडर के तौर पर वे दूसरे खिलाड़ी थे जिनकी नीलामी हुई। डेविड मिलर के बाद जैसे ही उनका नाम पुकारा गया, बोली की जंग शुरू हो गई। शुरुआत में मुंबई इंडियंस ने हल्की-फुल्की बोली लगाई, लेकिन बाद में CSK और KKR के बीच उनके लिए जबरदस्त बिडिंग वॉर छिड़ गई। हालांकि ज्यादा पर्स होने की वजह से आखिरकार KKR ने उन्हें साइन कर लिया और 25.20 करोड़ रुपये में वे IPL के सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी बन गए।
नीलामी के अगले दिन यानी 17 दिसंबर से एशेज का तीसरा टेस्ट शुरू हुआ। एडिलेड ओवल में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी की। ग्रीन पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे। पहली गेंद डॉट रही और जोफ्रा आर्चर की दूसरी गेंद पर वे ब्रायडन कर्स को कैच थमा बैठे और पवेलियन लौट गए।
इस बार मिनी नीलामी में कैमरन ग्रीन हर टीम की नजर में थे। हालांकि यह पहले से ही माना जा रहा था कि पलड़ा KKR की ओर भारी रहेगा। वजह यह थी कि इस बार KKR के पास सबसे ज्यादा पैसा था और उनके ग्रीन पर पूरी ताकत झोंकने की उम्मीद थी। वही हुआ भी। ग्रीन के बाद KKR ने माथीशा पथिराना को 18 करोड़ रुपये में अपनी टीम में शामिल कर लिया।