बर्लिन (जर्मनी) : कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का बुधवार को बर्लिन में इंडियन ओवरसीज़ कांग्रेस के नेताओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया। इनमें आईओसी महिला विंग (स्वीडन) की अध्यक्ष सोनिया हेल्डेस्टैड और यूके–यूरोप विंग की संयोजक गुरमिंदर कौर रंधावा शामिल थीं। नेताओं ने लोकतंत्र, संवैधानिक मूल्यों और एकता के लिए राहुल गांधी की आवाज़ की सराहना की और कहा कि यह सीमाओं के पार भी लोगों को प्रेरित करती रहती है।
इससे पहले आज राहुल गांधी ने जर्मनी के म्यूनिख स्थित बीएमडब्ल्यू वर्ल्ड म्यूज़ियम का दौरा किया, जहां उन्होंने जर्मन ऑटोमोबाइल निर्माता के साथ साझेदारी में विकसित टीवीएस 450 सीसी मोटरसाइकिल के प्रदर्शन को देखकर भारतीय इंजीनियरिंग की उपलब्धियों की सराहना की।
कांग्रेस ने एक्स पर पोस्ट किया, “नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने म्यूनिख, जर्मनी में बीएमडब्ल्यू वर्ल्ड का दौरा किया और बीएमडब्ल्यू वेल्ट तथा बीएमडब्ल्यू प्लांट का मार्गदर्शित भ्रमण किया। वह टीवीएस की 450 सीसी मोटरसाइकिल को देखकर बेहद प्रसन्न हुए, जिसे बीएमडब्ल्यू के साथ साझेदारी में विकसित किया गया है। भारतीय इंजीनियरिंग को प्रदर्शित होते देखना गर्व का क्षण है।”
देश में प्रतिभा की भरमार होने के बावजूद केंद्र सरकार द्वारा उसे नष्ट किए जाने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने एक्स पर विनिर्माण क्षेत्र में गिरावट को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि विनिर्माण मज़बूत अर्थव्यवस्थाओं की रीढ़ होता है। पोस्ट में कहा गया, “विनिर्माण मज़बूत अर्थव्यवस्थाओं की रीढ़ है। दुर्भाग्य से भारत में विनिर्माण घट रहा है। विकास को तेज़ करने के लिए हमें अधिक उत्पादन करना होगा, सार्थक विनिर्माण इकोसिस्टम बनाना होगा और बड़े पैमाने पर उच्च गुणवत्ता वाली नौकरियां पैदा करनी होंगी।”
दौरे के दौरान राहुल गांधी ने बीएमडब्ल्यू द्वारा निर्मित विभिन्न कारों के प्रदर्शन को देखते हुए वहां मौजूद लोगों से बातचीत में कहा कि भारत को उत्पादन शुरू करना होगा। किसी भी देश की सफलता की कुंजी उत्पादन है। हमारा विनिर्माण घट रहा है, जबकि वास्तव में इसे बढ़ना चाहिए।
कांग्रेस द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में राहुल गांधी ने कहा, “हम बीएमडब्ल्यू फैक्ट्री गए। शानदार अनुभव रहा और मैं विशेष रूप से इस बात से उत्साहित था कि वहां 450 सीसी की टीवीएस बाइक है, जो मुझे लगता है कि अच्छा प्रदर्शन करेगी। यहां भारतीय झंडे को लहराते देखना अच्छा लगा।”
यह कार्यक्रम कांग्रेस की वैश्विक पहुंच और गतिविधियों को मज़बूत करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है। आईओसी के अनुसार राहुल गांधी भारतीय प्रवासी समुदाय को संबोधित करने और यूरोप में पार्टी के विभिन्न अध्यक्षों से जुड़ने के लिए वहां पहुंचे हैं। इस दौरान एनआरआई से जुड़े मुद्दों और पार्टी की विचारधारा को आगे कैसे बढ़ाया जाए, इस पर भी चर्चा होगी।
राहुल गांधी के इस पांच दिवसीय दौरे की घोषणा संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान की गई थी, जिसके बाद भाजपा नेताओं ने इसकी कड़ी आलोचना की। उनका आरोप है कि राहुल गांधी की बार-बार विदेश यात्राएं कांग्रेस के प्रति उनकी प्रतिबद्धता पर सवाल खड़े करती हैं। राहुल गांधी का जर्मनी दौरा इस महीने 20 दिसंबर तक जारी रहेगा।