सिडनी/मनीला: ऑस्ट्रेलिया के सिडनी स्थित बॉन्डी बीच पर हुए भीषण आतंकी हमले में शामिल पिता–पुत्र की पहचान हो गई है। इस हमले में कम से कम 15 लोगों की मौत हुई और दर्जनों घायल हुए। पुलिस ने बताया कि 24 वर्षीय नावेद अकरम पर 15 हत्या के मामलों सहित कुल 59 आरोप लगाए गए हैं, जिनमें आतंकवादी कृत्य को अंजाम देने का आरोप भी शामिल है।
नावेद अकरम को सिडनी के एक अस्पताल में है, जहाँ वह रविवार को पुलिस की कार्रवाई में घायल होने के बाद भर्ती है। इस दौरान उसके 50 वर्षीय पिता साजिद अकरम की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। ऑस्ट्रेलियाई पुलिस ने स्पष्ट किया है कि इस हमले में कोई अन्य संदिग्ध शामिल नहीं है।
इस बीच, फिलीपींस के अधिकारियों ने पुष्टि की है कि साजिद अकरम और नावेद अकरम नवंबर महीने का लगभग पूरा समय फिलीपींस में थे। वे 1 नवंबर को सिडनी से फिलीपींस पहुँचे थे और 28 नवंबर 2025 को दावाओ से मनीला होते हुए सिडनी लौटे। यात्रा रिकॉर्ड के अनुसार साजिद अकरम ने फिलीपींस में प्रवेश “भारतीय नागरिक” के रूप में किया था, जबकि नावेद एक भारतीय-ऑस्ट्रेलियाई नागरिक है।
तेलंगाना पुलिस के अनुसार, साजिद अकरम मूल रूप से हैदराबाद का निवासी था। उसने हैदराबाद से बी.कॉम. की पढ़ाई पूरी की और 1998 में रोजगार की तलाश में ऑस्ट्रेलिया चला गया था। बाद में उसने यूरोपीय मूल की महिला से विवाह किया और स्थायी रूप से ऑस्ट्रेलिया में बस गए। उसके दोनों बच्चे ऑस्ट्रेलिया में जन्मे हैं और वहीं के नागरिक हैं।
पुलिस के मुताबिक साजिद अकरम का भारत में रहते हुए कोई आपराधिक या प्रतिकूल रिकॉर्ड नहीं रहा और उसके कट्टरपंथी बनने के कारणों का भारत या तेलंगाना से कोई संबंध नहीं पाया गया है। परिवार के सदस्यों ने भी किसी प्रकार की कट्टर सोच या गतिविधि से अनभिज्ञता जताई है।
उधर, न्यू साउथ वेल्स के पुलिस आयुक्त ने बताया कि नावेद अकरम के पूरी तरह होश में आने के बाद औपचारिक कानूनी प्रक्रिया आगे बढ़ाई गई। वहीं, राज्य के प्रीमियर क्रिस मिंस ने घोषणा की है कि आग्नेयास्त्रों से संबंधित “तत्काल कानून” पर विचार के लिए न्यू साउथ वेल्स की संसद को अगले सप्ताह बुलाया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि हमले में घायल 23 लोग अब भी अस्पताल में भर्ती हैं।