ब्रुकलाइन: मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) के एक प्रोफेसर की बोस्टन के पास उनके घर में गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने इस मामले में हत्या की जांच शुरू कर दी है।
एमआईटी में भौतिकी, नाभिकीय विज्ञान और इंजीनियरिंग पढ़ाने वाले 47 वर्षीय प्रोफेसर नूनो एफ. जी. लोरेइरो को सोमवार रात मैसाचुसेट्स के ब्रुकलाइन स्थित उनके घर में गोली मारी गई। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां मंगलवार को उनकी मौत हो गई। पुलिस के अनुसार मंगलवार दोपहर तक किसी भी संदिग्ध को पकड़ा नहीं गया है और जांच जारी है।
लोरेइरो वर्ष 2016 में एमआईटी से जुड़े थे। पिछले साल उन्हें एमआईटी के प्लाज़्मा साइंस और फ़्यूज़न सेंटर का प्रमुख बनाया गया था। वे स्वच्छ और सुरक्षित ऊर्जा पर काम कर रहे थे। यह केंद्र एमआईटी की बड़ी प्रयोगशालाओं में से एक है, जहां सैकड़ों वैज्ञानिक और शोधकर्ता काम करते हैं।
एमआईटी के अनुसार लोरेइरो मूल रूप से पुर्तगाल के रहने वाले थे। उन्होंने वहीं से स्नातक की पढ़ाई की और बाद में लंदन से पीएचडी की। एमआईटी आने से पहले वे लिस्बन में नाभिकीय संलयन से जुड़े एक शोध संस्थान में काम कर चुके थे।
उनके सहयोगियों ने बताया कि लोरेइरो एक अच्छे शिक्षक, मार्गदर्शक और इंसान थे। एमआईटी के एक वरिष्ठ प्रोफेसर डेनिस व्हाइट ने कहा कि वे अपने शांत, समझदार और संवेदनशील स्वभाव के लिए सभी के बीच लोकप्रिय थे। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब पास के इलाके प्रोविडेंस में एक अन्य गोलीबारी की घटना को लेकर भी पुलिस सतर्क है। ब्रुकलाइन में लोरेइरो के घर के पास रहने वाली एक छात्रा ने बताया कि उसने सोमवार शाम तेज़ धमाकों जैसी आवाज़ें सुनी थीं, जिन्हें उसने गोली चलने की आवाज़ समझा।
पुर्तगाल में अमेरिका के राजदूत ने भी उनके निधन पर दुख जताया और विज्ञान के क्षेत्र में उनके योगदान को याद किया। पिछले साल केंद्र का प्रमुख बनने पर लोरेइरो ने कहा था कि एमआईटी दुनिया की बड़ी समस्याओं का समाधान खोजने की जगह है और फ़्यूज़न ऊर्जा भविष्य में मानव जीवन को बदल सकती है।